मेरठ न्यूज़: दीपावली पर्व के बाद देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा। नवंबर से शादियां से मुहूर्त है और इस साल बहुत कम मुहूर्त होने के कारण लोगों को बैंक्वेट हॉल, खाने, बैंड आदि के इंतजाम में काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि बीते दो साल से कोरोना महामारी के चलते बहुत से लोगों को शादियां टालनी पड़ी थी, वहीं कई पाबंदियों के कारण शादियों में पहले के समान उत्साह भी नहीं था, लेकिन अब कोरोना पांबदियों के खत्म होने के बाद शादियों में पहले के समान ही रंगत देखने को मिल सकती है।
शादी का बजट भी 30 से 35 फीसदी बढ़ा: कोरोना महामारी के कारण चरम पर पहुंची महंगाई के कारण शादियों के बजट भी 30 से 35 प्रतिशत बढ़ने चुका है। हिंदू धर्म में शादियां देवउठनी एकादशी से शुरू हो जाती हैं। इस साल देवउठनी एकादशी चार नवंबर को है। देवउठनी एकादशी को शादी के लिए सबसे बेहतर मुहूर्त माना जाता है। इस दिन शादी के लिए किसी मुहूर्त को निकालने की भी जरूरत नहीं होती है। यही कारण है कि इसे अनसूज साया या अबूझ साया भी कहा जाता है। देवउठनी एकादशी के दिन दिन ऐसे लोगों की शादियां कराई जाती है, जिनकी लग्न कुंडली में शादियों में समस्याएं आने की आशंका रहती है।
नवंबर और दिसंबर में शादी की सिर्फ 4-4 मुहूर्त
नवंबर माह: 21, 24, 25, और 27 तारीख को शादी का मुहूर्त है।
दिसंबर माह: 2, 7, 8 और 9 दिसंबर को ही शादी के मुहूर्त हैं।
जनवरी माह: 15, 18, 25, 26, 27, 30 और 31 को शादी का मुहूर्त।
फरवरी माह: 6, 7, 9, 10, 12, 13, 14, 22, 23 और 28 तारीख ।
मार्च माह: इस माह में सिर्फ 4 मुहूर्त 6, 9, 11 और 13 तारीख को रहेंगे।
अप्रैल माह में शादी को कोई मुहूर्त नहीं है।