इलाहाबाद न्यूज़: समाजवादी पार्टी सबको साथ लेकर चलती है. हम किसी धर्म ग्रंथ के खिलाफ नहीं हैं, सभी धार्मिक ग्रंथों का सम्मान जरूरी है. ये बातें शहर आए पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव शिवपाल सिंह यादव ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से कही. इससे पूर्व शिवपाल सपा की दिवंगत नेता सबीहा मोहानी के आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने गए. सपा महासचिव ने कहा कि सबीहा मोहानी पार्टी के लिए सदैव समर्पित रहीं. उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता.
सर्किट हाउस में स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस पर दिए बयान पर हुए सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा कि ये उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है. हम राम को भी पूजते हैं, कृष्ण की भी आराधना करते हैं. हमारा मानना है कि सभी धर्मिक ग्रंथों का सम्मान जरूरी है.
शिवपाल ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और विकास की बात होनी चाहिए लेकिन भाजपा ने जनता से जो वादा किया था उसे भी पूरा नहीं किया. इनके खिलाफ बोलने पर मुकदमें दर्ज हो रहे है. सपाइयों का उत्पीड़न हो रहा है. समाजवादी पार्टी अब जुल्म और ज्यादती को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि आगामी नगर निगम और उसके बाद लोकसभा के चुनाव की तैयारी करेंगे और भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करेंगे. इस दौरान जिला अध्यक्ष योगेश यादव, महानगर अध्यक्ष इफितखार हुसैन, महबूब उस्मानी, पूर्व मंत्री लल्लन राय, हरिओम साहू, तारिक सईद अज्जू आदि मौजूद रहे.
अडानी पर जेपीसी गठित करे सरकार:
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अडानी मुद़दे पर कहा कि सरकार को विपक्ष की मांग को स्वीकार करते हुए जेपीसी गठित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद के बयान पर अखिलेश यादव पहले ही सबकुछ साफ कर चुके है. भाजपा बेवजह इस मामले को तूल दे रही है. लखनऊ का नाम बदलने और लक्षमण जी की मूर्ति लगाने की बात पर कहा नाम बदलने से कुछ नही होता. लोग पुराने नाम से ही बोलते रहते है. विकास का ध्यान रखना चाहिए. विधानसभा में अपनी बैठने की सीट पर उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता तय करते है. कहां बैठना होता है.