देखें JSR में 10 बजे का LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर

बड़ी खबर

Update: 2022-10-19 16:34 GMT
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में जल्द ही एडमिशन शुरू होने की डेट आ जाएगी। न्यू एडमिशन लेने वाले अभ्यर्थियों को रिवाइज्ड यानी कि बढ़ी हुई फीस देनी होगी। नए सेशन से नया नियम लागू होने जा रहा है। इसको लेकर BHU के छात्र संगठनों में उबाल है। सबसे ज्यादा 500% की बढ़ोतरी M.Sc एग्रीकल्चर में हुई है। पहले 3500 रुपए सालाना से बढ़ाकर 18,500 रुपए कर दिया गया है। अब BHU को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों का भी समर्थन मिल रहा है। छात्रों का कहना है कि BHU रैंकिंग में JNU से 4 नंबर नीचे है, मगर फीस यहां की 30 गुना ज्यादा है।
Full View

20 हजार छात्र फीस वृद्धि के विरोध में
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में फीस वृद्धि का मामला शांत नहीं हुआ था कि BHU में भी छात्र लामबंद हो गए। विश्वविद्यालय में 20 हजार से ज्यादा छात्र फीस वृद्धि के विरोध में हैं। वहीं सड़कों पर रोजाना 5 हजार छात्र 'फीस वृद्धि वापस लो' के नारे लगाते हुए अपने दिन काट रहे हैं। कैंपस में बीते 10 दिनों में एक अनिश्चितकालीन और 15 एक दिवसीय धरने, 20 घेराव, 10 जुलूस, 5 हस्ताक्षर अभियान और मौन व्रत तक हो चुके हैं। NSUI, ABVP समेत सभी छात्र संगठन इस मुद्दे पर एक साथ अलग-अलग विरोध कर रहे हैं। जगह-जगह सुरक्षाकर्मियों और छात्रों के बीच नोंकझोक हो रही है। रास्ता रोका जा रहा है। मगर, विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से छात्रों को अभी तक कोई आश्वासन नहीं मिला है। बता दें कि साल 2014 में फीस वृद्धि की गई थी, जिसे छात्रों के भारी विरोध में वापस लेना पड़ा। उस समय कुलपति प्रो. लालजी सिंह ने खुद धरनास्थल पर आकर फीस वृद्धि वापस लेने की घाेषणा की थी। छात्रों का कहना है कि कुलपति अभी तक धरना दे रहे छात्रों का हाल तक नहीं लेने आए। वहीं, दूसरी ओर कुछ प्रोफेसर कुलपति के बचाव में कह रहे हैं कि फीस बढ़ाने का आदेश इस कुलपति के नहीं, बल्कि पिछले कुलपति के कार्यकाल 2019-20 में दिया गया था। कोविड की वजह से छात्रों को राहत देते हुए फीस नहीं बढ़ाई गई। मगर, अब नए सत्र से BHU में रिवाइज्ड फीस देनी होगी। वहीं कुछ का कहना है कि कुलपति सड़क पर नहीं क्लास, ग्राउंड, हॉस्टल और चाय-समोसे की दुकानों पर मिलते हैं।
प्रशासन ने कहा- नए छात्रों की फीस बढ़ेगी
BHU के सहायक जनसंपर्क अधिकारी चंदरशेखर ग्वारी ने कहा कि नई फीस साल 2022-23 में एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए है। पुराने छात्रों से अभी भी पुरानी फीस ही वसूली जा रही है। हां, 2021-22 सत्र के कुछ छात्रों ने रिवाइज्ड फीस आने पर थोड़ा बढ़कर जमा की थी। मगर, जिसने भी ऐक्स्ट्रा फीस जमा की है, क्लेम करने पर वापस किया जा रहा है।
JNU में लगभग सभी कोर्स की सालाना फीस 120 रुपए
BHU की कोर्स, हॉस्टल और लाइब्रेरी फीस में 100% से 500% तक वृद्धि होने की बात कही जा रही है। JNU के मुकाबले BHU की फीस 30 गुना ज्यादा है। JNU में UG-PG-PhD सभी कोर्स के लिए पहले सेमेस्टर की फीस 106 रुपए और दूसरे सेमेस्टर में 120 रुपए लगते हैं। जबकि, BHU में यह 3200 रुपए से भी ज्यादा होने जा रहा है। JNU की NIRF रैंकिंग BHU से बेहतर है। JNU दूसरे स्थान पर है और BHU छठे पर।
Tags:    

Similar News

-->