जेल में बंद कैदी को देने जा रहा था गोलियां, अधिवक्ता गिरफ्तार

Update: 2022-11-18 09:24 GMT

मेरठ क्राइम न्यूज़: चौधरी चरण सिंह कारागार में एक अधिवक्ता को जेल गेट पर चेकिंग के दौरान नशे की गोलियां सप्लाई करते हुए चेकिंग के दौरान जेल बंदी रक्षकों ने रंगेहाथ दबोच लिया। अधिवक्ता नशे की हजारों गोलियां जेब में नहीं बल्कि अपनी चप्पलों की तली में छिपाकर जेल के अंदर लेकर जा रहा था। मेडिकल थाने में अधिवक्ता के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मेडिकल थाना क्षेत्र जाग्रति विहार 344/3 निवासी अनुज गुप्ता पुत्र श्री कृष्ण गुप्ता मेरठ कोर्ट में अधिवक्ता है। अनुज गुप्ता गुरुवार शाम चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में निरुद्ध बंदी साजन उर्फ लुक्का पुत्र विक्रम से मिलाई करने गया था। लुक्का पर लूट जैसे कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह काफी समय से जेल में बंद है। अधिवक्ता अनुज जेल परिसर के दूसरे गेट से अंदर दाखिल हुआ तो वहां तैनात जेल सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक लिया। उसके कपड़ों की बारीकी से तलाशी की। बंदी रक्षकों को चेकिंग के दौरान अधिवक्ता पर कुछ संदेह हुआ। उन्होंने फिर से अधिवक्ता की तलाशी ली। अधिवक्ता के पैरों में पहनी हुई चप्पलों को बारीकी से देखा तो उनकी तली में हजारों की संख्या में नशे की गोलियां छिपाकर रखी हुई थीं। चप्पलों की तली में गोलियां को इस तरह से छिपाकर रखा हुआ था, जिसमें किसी को भी तनिक संदेह न हो।

चप्पलों की तली के अंदर नशे की 2400 गोलियां बरामद होने पर जेल परिसर में हड़कंप मच गया। मौके पर जेलर और जेल अधीक्षक ने अधिवक्ता से जानकारी की। अधिवक्ता से पूछताछ की तो उसने बताया कि जेल में निरुद्ध बंदी साजन उर्फ लुक्का को वह नशे की गोलियां देने जा रहा था। जेल में बंदी को नशे की गोलियां सप्लाई करने पर जेलर ने मेडिकल पुलिस को सूचना दी। जेलर की तहरीर पर थाना मेडिकल में अधिवक्ता के विरुद्ध एनटीपीएस एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मेडिकल पुलिस ने अधिवक्ता को गिरफ्तार किया है। मेडिकल एसओ ने बताया कि नशे की गोलियां डायजाम थी। जिनकों वह बंदी को देने जा रहा था। जेल में बंद कैदी लुक्का से भी जेल अधिकारियों ने नशे की गोलियां के बारे में गहनता से पूछताछ की है।

Tags:    

Similar News

-->