लखनऊ: मतांतरण कर चुके लोगों के घर वापसी के लिए विश्व हिंदू परिषद विशेष अभियान चलाने जा रही है। यह अभियान 21 से 31 दिसंबर तक चलेगा। विश्व हिन्दू परिषद पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह ने बताया कि विहिप 21 से 31 दिसंबर तक मतांतरण के खतरे से समाज को जागरूक करने और घर वापसी के लिए विशेष अभियान चलायेगी। समाज जागरण के लिए गोष्ठी, सहभोज व संत यात्राओं का आयोजन किया जायेगा। नेपाल सीमा पर थारू जनजाति के बीच भी साधु संत प्रवास करेंगे।
उन्होंने कहा कि जनसंख्या असंतुलन के कारण ही देश का बंटवारा हुआ था। तेरह सौ वर्षों में भारत में 10 करोड़ हिंदुओं का नरसंहार हुआ। करीब 10 करोड़ हिन्दुओं का जबरन मतांततरण हुआ। उन्होंने कहा कि पहले मतांतरण बल प्रयोग या लालच से होता था लेकिन अब तकनीक का उपयोग कर कुटिलता से किया जा रहा है। लव जिहाद अवैध मतांतरण का ही एक वीभत्स रूप है। प्रतिदिन ऐसी घटनाएं प्रकाश में आ रही हैं।
गजेंद्र सिंह ने बताया कि जिन उद्देश्यों को लेकर विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना हुई थी उनमें एक उद्देश्य ऐसे लोगों की घर वापसी भी है। जो भाई-बहन लोभ, भय, जोर जबर्दस्ती व अन्य कारणों से से विधर्मी बना लिए गए हैं उन्हें अपने मूल हिन्दू धर्म में वापस लाना है।
एक जनहित याचिका की सुनवाई करते समय सर्वोच्च न्यायालय ने अवैध मतांतरण के दुष्परिणामों पर चिंता व्यक्त करते हुए चेतावनी दी है कि यह धार्मिक स्वतंत्रता के मूलभूत अधिकार और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है। कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिए हैं कि वह स्पष्ट बताए कि इस समस्या के समाधान के लिए क्या कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से अवैध मतांतरण में संलग्न शक्तियों की आक्रामक रणनीतियां और उनके दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं।