शातिर गिरोह स्क्रैप कारोबार की आड़ में करते थे कारों की चोरी

Update: 2024-03-23 05:17 GMT

मुरादाबाद: सिविल लाइंस पुलिस ने बरेली और मुरादाबाद के तीन ऑटो लिफ्टर गिरफ्तार करके चोरी की चार लग्जरी कारें बरामद की हैं. गिरफ्तार ऑटो लिफ्टर स्क्रैप कारोबार के आड़ में दिल्ली तथा एनसीआर क्षेत्र में वाहन चोरी करने का गैंग चला रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों के दो साथी फरार हैं, इनमें एक दिल्ली और दूसरा अलीगढ़ का निवासी है. दोनों की तलाश की जा रही है.

एसएसपी हेमराज मीणा और एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने पुलिस लाइन में पत्रकारों से बात करते हुए लग्जरी कारों की चोरी करने वाले अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया. एसएसपी ने बताया कि एसओजी और सिविल लाइंस पुलिस की संयुक्त टीम ने चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर गांव बिशनपुर भीमाठेर निवासी आरिफ हुसैन और बरेली जिले के फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के गांव धंतिया निवासी सतीश कुमार गंगवार और इज्जतनगर थाना क्षेत्र के कर्मचारी नगर निवासी भारत सिंह यादव को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन, दो तमंचा, चार जिंदा कारतूस बरामद किए. पूछताछ में पता चला कि तीनों आरोपी वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं.

उन्होंने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर चार लग्जरी कारें बरामद की गई है, जो अलग-अलग स्थान से चोरी की गई थीं. बरामद कारों में एक ब्रीजा, एक स्विफ्ट वीडीआई, एक स्विफ्ट डिजायर और एक महेंद्रा टीयूवी है. आरोपियों ने जो कारें चोरी की है उनमें से एक दिल्ली निवासी व्यक्ति की है. शेष कारों के मालिकों का पता लगाया जा रहा है. एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने अपने दो साथी दिल्ली के पीरागढ़ी निवासी सतीश और मंडी अलीगढ़ निवासी प्रमोद यादव का भी नाम बताया है. उन दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपयों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.

चोरी के बाद चेचिस और रजिस्ट्रेशन नंबर बदल कर बेचते थे कार सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि बरेली निवासी सतीश कुमार गंगवार और सिविल लाइंस के बिशनपुर भीमाठेर निवासी आरिफ वाहन चोर गिरोह के मास्टर माइंड हैं. यह तीनों अपने दो अन्य साथियों मंडी अलीगढ़ निवासी प्रमोद और पीरागढ़ी दिल्ली निवासी सतीश के साथ मिलकर दिल्ली, नोएडा समेत एनसीआर क्षेत्र से गाड़ियां चोरी करते हैं. इसके बाद सतीश और प्रमोद उनरा इंजन और चेचिस नंबर घिस कर उस पर फर्जी नंबर डालते हैं. साथ ही फर्जी कागजात बनवाकर भी देते थे. आरोपियों ने यह भी बताया कि वह सब पुरानी कारों को कबाड़ में कटवाने के लिए खरीदते थे. बाद में उस कार को कटवा भी देते थे, लेकिन उसी का चेचिस और इंजन नंबर चोरी की कार पर डलवाते थे. साथ ही रजिस्ट्रेशन नंबर भी उसी कार का प्रयोग करते थे ताकि चोरी की कार को अच्छे दामों पर बेचा जा सके. पुलिस के अनुसार आरोपी सतीश कुमार गंगवार के खिलाफ अब तक चार मुकदमे सामने आए हैं. आरिफ पर भी दो मुकदमे पहले से दर्ज हैं.

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