मेरठ। मेरठ एनसीआर और आसपास के जिलों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के ऊपर है। मेरठ का वायु गुणवत्ता सूचकांक इस समय आज 215 है। जबकि गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक वर्तमान में 260 है। हापुड का वायु गुणवत्ता सूचकांक इस समय 245 है। ये सभी शहर वायु प्रदूषण के लिहाज से खराब श्रेणी में पहुंच गए है। वहीं देर शाम को मेरठ की आबोहवा और अधिक खराब हुई और जिले का एक्यूआई 320 पर पहुंच गया है। जो बहुत खराब श्रेणी माना जाता है।
सिस्टम आफ एयर क्वालिटी वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के मुताबिक बेगमपुल और गंगानगर रोड का एक्यूआई 298 दर्ज किया गया। जो खराब स्थिति में है। हालांकि बागपत की स्थिति अन्य शहरों से कुछ बेहतर है। जिसका एक्यूआई 180 है। लेकिन इसे कोई अच्छा नहीं कहा जा सकता है।
मेरठ एनसीआर में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। दिवाली से पहले खराब श्रेणी में हवा का स्तर पहुंच गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की माने तो अगले तीन.चार दिनों के बीच मेरठ की वायु गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद नहीं के बराबर है। रविवार और सोमवार को दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी होगी। हालांकि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पटाखों की बिक्री पर इस बार रोक लगा दी है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक का एक नंबर होता है। जिसके जरिए हवा की गुणवत्ता को आंकते हैं। इससे वायु में मौजूद प्रदूषण स्तर का पता लगाया जाता है। एक्यूआई के आधार पर हवा गुणवत्ता को छह कैटेगरी में बांटा गया है। शून्य से 50 के बीच अच्छा, 51 और 100 संतोषजनक, 101 और 200 मध्यम, 201 और 300 खराब, 301 और 400 बहुत खराब और 401 और 500 के बीच एक्यूआई को अति गंभीर माना जाता है।