आगरा न्यूज़: माता-पिता ने पॉलीटेक्निक करने भेजा था. उनकी बाइक चोरी हुई. मुश्किल से मुकदमा लिखा गया. बाइक नहीं मिली तो खुद बाइक चोर बन गए. पहले एक बाइक चुराई. बाद में चोरी आदत बन गई. इसे कमाई का जरिया बना लिया. बस से कॉलेज जाते और लौटते समय एक बाइक उठा लाते. न्यू आगरा पुलिस ने डीईआई से पॉलीटेक्निक कर रहे दो छात्रों को वाहन चोरी में गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से दस बाइक और एक स्कूटी मिला है.
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि पिछले कुछ माह से न्यू आगरा क्षेत्र में वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ गई थीं. डीईआई और सरन हॉस्पिटल के आस-पास से दोपहिया वाहन चोरी हो रहे थे. पुलिस ने हर घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज देखे. ज्यादातर घटना में आरोपित एक जैसे दिखे. आरोपियों को इलाके के रास्तों की जानकारी थी. चोरी के बाद अंदरूनी रास्तों से भागते थे. इंस्पेक्टर न्यू आगरा विजय विक्रम सिंह, एसआई हरीश शर्मा को आरोपियों की घेराबंदी के लिए लगया गया. पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले. सुराग जुटाए.
इनकी हुई गिरफ्तारी पुलिस ने मोहल्ला कोहली, एत्मादपुर निवासी विशाल कुश व प्रबल कुमार उर्फ सन्नी खेड़ा पचगाईं, देवरी रोड (ताजगंज) को गिरफ्तार किया. दस बाइक, एक स्कूटी, 13 मास्टर चाबी, दो मोबाइल बरामद हुए.
अपनी बाइक चोरी हुई तो बन गए वाहन चोर
प्रबल कुमार ने पुलिस को बताया कि उसने अपने दोस्त के साथ नेहरू नगर में बलवंत लॉज के पास कमरा किराए पर ले रखा है. घरवालों ने बड़ी मुश्किल से एक बाइक दिलाई थी. सात महीने पहले वह चोरी हो गई. कई दिन तक वह रोता रहा. घरवालों ने दूसरी गाड़ी दिलाने से इनकार कर दिया. पुलिस उनकी बाइक नहीं खोज पाई. गुस्से में पहले उसने एक बाइक चुराई. पकड़ जाएंगे इस डर से उसे बेच दिया. रुपये मिले उन्हें खर्च कर लिया. धीरे-धीरे चोरी आदत बन गई. जब मन करता बाइक चुरा लेते. उसे ग्रामीण क्षेत्र में बेच दिया करते थे.