मेरठ: हापुड़ रोड को एनएच-58 से मिलाने और लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए प्रस्तावित इनर रिंग रोड की कवायद शुरू हो गई है. एमडीए (मेडा) वीसी अभिषेक पांडेय के सामने अधिकारियों ने इसका प्रजेंटेशन दिया. बेहतर विकल्प के तौर पर इनर रिंग रोड को बिजली बंबा बाईपास को चौड़ा करते हुए रजवाहे की पटरी से होते हुए बागपत-मेरठ रोड स्थित डीपीएस के सामने मिलाने की है. इसके लिए विभाग को रेलवे लाइन के ऊपर आरओबी बनाना होगा. जल्द ही इसकी डीपीआर बनाई जाएगी. बैठक में क्रांतिधरा पार्क, विभागीय डिजिटलाइजेशन और भवन नवीनीकरण का भी प्रजेंटेशन हुआ.
इनर रिंग रोड के जरिये हापुड़ रोड को एनएच-58 से मिलाने की मांग लंबे समय से चल रही है. मेडा अपनी शताब्दीनगर और वेदव्यासपुरी आवासीय योजना को कनेक्ट करने के लिए कवायद में जुटा है. पिछले दिनों मेडा ने इनर रिंग रोड का सर्वे कराया तो दो विकल्प सुझाए गए थे. पहला विकल्प जुर्रानपुर फाटक पर हवा में लटके पुल को पूरा करके शताब्दीनगर आवासीय योजना से होते हुए पूठा रोड और वेदव्यासपुरी आवासीय योजना से होकर एनएच-58 तक और दूसरा विकल्प बिजली बंबा बाईपास से होते हुए शॉपरिक्स मॉल चौराहा और यहां से बिजली बंबा की पटरी को चौड़ा करके मोहकमपुर और मलियाना क्षेत्र से होते हुए बागपत-मेरठ रोड पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने पहुंचने का था. वीसी अभिषेक पांडेय ने इनर रिंग रोड का प्रजेंटेशन देखा. इसमें दूसरा विकल्प सही लगा. अधिकारियों ने बताया कि इसमें खर्च भी कम आएगा.