Varanasi: पुलिस ने पूर्व के जानलेवा हमले के केस में तीन लोगों को गिरफ्तार किया
तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज भेजा
वाराणसी: नाली के विवाद में एक सप्ताह पूर्व हुई मारपीट के बाद रात फिर विवाद हो गया. मारपीट, फायरिंग के साथ ही आगजनी भी हुई. इसमें तीन बकरियां जलकर मर गईं. पुलिस ने पूर्व के जानलेवा हमले के केस में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
अंतू थाना क्षेत्र के नरी गांव निवासी विश्वनाथ सरोज और पड़ोस के राजेश सरोज के बीच नाली के विवाद को 5 को मारपीट में दोनों पक्ष के कई लोग घायल हो गए थे. पुलिस ने विश्वनाथ के पक्ष से जानलेवा हमले और राजेश के पक्ष से मारपीट का केस दर्ज किया था.
रात दोनों पक्ष में फिर विवाद हो गया. विश्वनाथ की पत्नी निशा के अनुसार राजेश ने दर्जन भर लोगों के साथ सप्ताह पूर्व हुए विवाद में उसके घर पर हमला कर दिया. आरोपित फायरिंग करने लगे. उधर राजेश के छप्पर में आग लग गई. इसमें तीन बकरियां जलकर मर गईं. सूचना पर पुलिस पहुंची लेकिन लोग शांत नहीं हुए. आरोप है कि पुलिस के सामने भी मारपीट हुई.
पुलिस ने पूर्व में दर्ज जानलेवा हमले के मुकदमे के आरोपित राजेश सरोज, अरविंद सरोज निवासी नरी और कोहंडौर सराय शंकर के मनजीत को गिरफ्तार कर लिया. तीनों को जेल भेज दिया गया. एसओ जितेंद्र सिंह ने बताया कि फायरिंग का आरोप गलत है. विवाद के दौरान पेशबंदी के लिए आरोपितों ने अपने छप्पर में आग लगा लिया था. तीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. घटना की जांच की जा रही है.
बेटा हुआ सुपुर्देखाक, पिता एंबुलेंस से लौटा अस्पताल
संडवाचंद्रिका से शाम मोपेड से घर लौटते समय डंपर की चपेट में आने से बेटे की मौत हो गई थी, पिता जख्मी हो गए थे. बेटे की अंत्येष्टि (सुपुर्देखाक) के लिए घायल पिता एंबुलेंस से घर आया. बाद में वह फिर हॉस्पिटल चला गया.
अंतू के कंसापुर गोबरी गांव निवासी 50 वर्षीय मंसूर अली को अपने 20 वर्षीय बेटे शहबाज के साथ चन्द्रिकन से मोपेड से घर लौट रहा था. अंतू के सरुआवां में डंपर की टक्कर से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे. प्रयागराज में बेटे शहबाज की मौत हो गई थी. शाहबाज का शव घर आया तो उसके घायल पिता को भी एंबुलेंस से लाया गया.
शव सुपुर्देखाक होने के बाद पिता हॉस्पिटल लौट गया. हादसे में बेटे की मौत और पिता के घायल होने से घर में कोहराम मचा रहा.