वाराणसी: 70 वर्षों से भारत छोड़कर पाकिस्तान में रह रहे इलाके के व्यक्ति के नाम से दान पत्र लिखे जाने की जानकारी होते ही राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया. मामले को लेकर गांव के ही एक व्यक्ति ने एसडीएम से शिकायत की. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है. दो दिन के भीतर जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई होगी. इसमें दान पत्र लिखाने वालों के साथ विभागीय कर्मचारी भी चपेटे में आ सकते हैं.
मानिकपुर थाना क्षेत्र के गोतनी गांव निवासी महमूद हसन ने एसडीएम को शिकायत की. बताया कि उसके गांव के मजहर अली खां पुत्र मेहंदी अली खां 70 वर्ष पहले भारत छोड़कर पाकिस्तान चले गए. तब से वह नहीं लौटे. आरोप लगाया कि गांव के ही कुछ लोग मजहर अली का फर्जी आधार कार्ड बनाकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर दूसरे को मजहर अली के रुप में खड़ा करके 24 जुलाई 2024 को उपनिबंधक कार्यालय कुंडा में एक दानपत्र कराया.
रजिस्ट्रीकृत दान पत्र पर दो गवाहों के भी हस्ताक्षर हैं. आरोप है कि उन लोगों ने साजिशन संपत्ति हड़पने को फर्जी अभिलेखों के सहारे दान पत्र रजिस्ट्रीकृत कराया है. मामले को लेकर एसडीएम ने तहसीलदार अरविन्द कुमार के निर्देशन में पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दो दिन के भीतर रिपोर्ट देने को आदेश दिया है. मामले को लेकर चर्चा रही कि यदि जांच सही हुई तो आरोपितों के अलावा विभागीय लोग भी लपेटे में आ सकते हैं.
यदि कोई भी व्यक्ति देश छोड़कर दूसरे देश में बस जाता है तो उसकी संपत्ति केन्द्र सरकार के अधीन हो जाती है. उसे कोई क्रय-विक्रय नहीं कर सकता. मामले की शिकायत मिली है उसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई है. रिपोर्ट आते ही जमीन को शत्रु संपत्ति के रूप में दर्ज कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.-भरत राम यादव, एसडीएम कुंडा