Varanasi: विद्युत निगम के संविदाकर्मी मांगों पर कर रहे आंदोलन
संगठन की शिकायतों पर विद्युत निगम के अफसरों ने अभी तक सुनवाई नहीं की
वाराणसी: अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ के नेतृत्व में वें दिन संविदाकर्मियों ने मांगों पर प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की.
आंदोलन का नेतृत्व कर रही संघर्ष समिति की ओर से आरोप लगाया गया है कि उपकेंद्र के कर्मचारियों के नवीनीकरण में एजेंसी से लेकर अधिकारी भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. बिना प्रशिक्षण प्राप्त लोगों को उपकेंद्र पर तैनाती दी जा रही है. शहर के साथ ही गांव तक विद्युत उपकेंद्र पर कर्मचारियों को सुरक्षा किट नहीं मुहैया कराई गई है. दुर्घटना में शिकार मृत कर्मचारियों के परिजनों को समय पर आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है. कर्मचारियों का मानदेय बढ़ोत्तरी नहीं किया जा रहा है. कर्मचारियों के ईपीएफ कटौती की स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है. लगातार संगठन की शिकायतों पर विद्युत निगम के अफसरों ने अभी तक सुनवाई नहीं की है.
स्टेनो और बाबू को किया कार्यमुक्त: जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के आशुलिपिक (स्टेनो) रवि पटेल और वरिष्ठ सहायक अनुज कुमार त्रिपाठी को डीआईओएस पीएन सिंह ने आखिरकार कार्यमुक्त कर दिया.
रवि पटेल को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अतरसंड प्रतापगढ़ और अनुज त्रिपाठी को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में योगदान देने के निर्देश दिए हैं. वार्षिक स्थानान्तरण नीति के तहत रवि पटेल और अनुज त्रिपाठी का स्थानान्तरण 30 जून को हुआ था. नियमत इन्हें एक सप्ताह के अंदर अपने स्थानान्तरित कार्यालय में कार्यभार ग्रहण कर लेना चाहिए था लेकिन चार महीना बीतने के बावजूद दोनों डीआईओएस कार्यालय में डटे हुए थे. रवि पटेल को कार्यमुक्त करने के लिए अपर शिक्षा निदेशक बेसिक कामताराम पाल ने डीआईओएस पीएन सिंह को 20 अगस्त, पांच व दस सितंबर और 21 अक्तूबर जबकि अनुज त्रिपाठी को हटाने के लिए पांच व 13 सितंबर और 21 अक्तूबर को निर्देश दिए थे.
इसके बावजूद दोनों के कार्यमुक्त न होने पर अपर शिक्षा निदेशक बेसिक ने पांच को डीआईओएस को अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए शासन से संस्तुति की चेतावनी दी थी.