Varanasi: संबद्ध कॉलेजों ने मांगीं पीएचडी के लिए सौ सीटें

विश्वविद्यालय के सभी विभागों को यह प्रस्ताव भेजा दिया गया

Update: 2024-11-26 09:55 GMT

वाराणसी: बीएचयू से संबद्ध महाविद्यालयों ने पीएचडी के लिए सौ सीटें मांगी हैं. परीक्षा नियंता प्रो. एनके मिश्रा और अपर परीक्षा नियंता प्रो. जीपी सिंह के साथ हुई बैठक में कॉलेजों ने अपने यहां उपलब्ध संसाधनों और शिक्षकों की संख्या के अनुसार मांग रखी. परीक्षा विभाग की तरफ से विश्वविद्यालय के सभी विभागों को यह प्रस्ताव भेजा दिया गया है.

बीते पांच को हुई बीएचयू विद्वत परिषद (एकेडमिक काउंसिल) की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि उपलब्ध संसाधनों के अनुसार अब संबद्ध कॉलेज भी विभिन्न विषयों में पीएचडी कराए जाएंगे. इसके लिए परीक्षा नियंता को कॉलेजों का प्रभारी बनाया गया था. परीक्षा विभाग में संबंद्ध कॉलेज के प्राचार्यों के साथ बैठक की गई. कॉलेजों की तरफ से शोध के लिए लगभग सौ सीटें मांगीं गईं. परीक्षा नियंता ने प्राचार्यों से चर्चा के बाद इस प्रस्ताव को संबंधित विभागों को भेज दिया है. विभागीय शोध कमेटी की बैठक में संबद्ध कॉलेजों के प्रस्ताव को अनुमति मिलने के बाद शोध पाठ्यक्रम की संरचना और सीटें तय की जाएंगी.

विद्वत परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया था कि कॉलेज के शिक्षक भी पीएचडी करा सकेंगे. शोधछात्रों की अध्येतावृत्ति का प्रबंध भी कॉलेज को करना होगा. अब तक संबद्ध कॉलेजों को एक सत्र में सिर्फ पांच छात्रों को पीएचडी कराने की अनुमति थी. अब यह सीटें बढ़कर 25 हो जाएंगी. बीएचयू से संबद्ध कॉलेजों में वसंत महिला महाविद्यालय राजघाट, वसंत कन्या महाविद्यालय कमच्छा, डीएवी पीजी कॉलेज और आर्यमहिला पीजी कॉलेज शामिल हैं. छात्र संगठनों ने बीएचयू से मांग की कि बीएचयू की तरफ से नॉन नेट शोध अभ्यर्थियों के इंटरव्यू की व्यवस्था बदली जाए. फिलहाल नॉन नेट इंटरव्यू के लिए एक सीट पर पांच छात्रों को बुलाने का प्रावधान है. छात्रों की मांग थी कि सभी छात्रों को इंटरव्यू के लिए कॉल किया जाए. परीक्षा नियंता ने छात्रों की इस मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है.

Tags:    

Similar News

-->