लखनऊ न्यूज़: वंदे भारत ट्रेन की लोकप्रियता के बाद रेलवे वंदे मेट्रो रेल चलाएगा. यह मेट्रो छोटे-छोटे रूटों पर चलेंगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आम बजट में इस प्रोजेक्ट की स्वीकृत होने की जानकारी देते हुए बताया कि बताया कि लखनऊ से कानपुर, सीतापुर, रायबरेली को तेज रेल नेटवर्क से जोड़ा जा सकता है. यह शटल सेवा होगी, जो स्टेशन पर 20-30 मिनट पर मिल सकेगी. इसकी तैयारी शुरू है. रेल कोच डिजाइन कर तैयार कर लिए गए हैं. उम्मीद है कि मिशन रफ्तार के तहत दिसंबर 2024 तक ट्रेन शुरू हो जाएगी.
अमृत योजना में लखनऊ के 44 स्टेशन, चार पर काम शुरू अमृत स्टेशन स्कीम में लखनऊ मंडल के 44 स्टेशन संवारे जाएगी. इनमें चार स्टेशनों पर संवारने का काम शुरू हो गया है. अयोध्या तक तेज रेल नेटवर्क के लिए बाराबंकी से अकबरपुर की 161 किलोमीटर की डबलिंग प्राथमिकता से होगी. पिंक बुक में इसके लिए 520 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. बाराबंकी से मल्हौर के बीच ट्रेनों की आपरेशन क्षमता दोगुनी होगी. रेलवे ने तीसरी व चौथी 32.84 किमी. की लाइन बिछाने के लिए अगले वित्तीय वर्ष में 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है. लखनऊ से वंदे भारत ट्रेन को चलाने के लिए मल्हौर में डिपो बनाने के लिए बजट में 38 करोड़ रुपये रखे गए हैं. लखनऊ मंडल सहित उत्तर रेलवे के 1563 किलोमीटर रेलखंड पर ट्रेन कोलिजन एवाइडेंस सिस्टम लगेंगे.
आरडीएसीओ में रिसर्च के लिए 61 करोड़ रुपये से बनेगी आधुनिक लैब
रेल बजट में आरडीएसओ में होने वाले खोज को और आधुनिक बनाने की तैयारी है. इसके लिए आरडीएसओ में अनुसंधान लैब स्थापना के लिए 61 से ज्यादा रुपये बजट दिया गया है. पिंक बुक के मुताबिक आरडीएसओ को अनुसंधान की लैब स्थापना आदि के लिए 61.50 करोड़ रुपये बजट दिया गया है. इसमें चार करोड़ स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने पर खर्च होगा. विद्युत प्रयोगशाला के लिए एक लाख टोकन, अग्नि परीक्षण सुविधा के लिए 42 लाख, ट्रेन टक्कर रोधी तकनीकी विकास के लिए एक लाख, ऑप्टिकल रेल मापन प्रणाली के लिए तीन करोड़ रुपये दिए गए हैं. टेक्रोलॉजी मिशन, एयर ब्रेक लैब, अनुसंधान केंद्रों की स्थापना के लिए 50 लाख रुपये मिले.