UTTARPRADESH : योगी ने बोला कुकरैल के किनारे बने मकान तोड़े नहीं जाएंगे

Update: 2024-07-16 02:43 GMT
UTTARPRADESH : पंतनगर, खुर्रमनगर, अबरार नगर समेत कुकरैल नदी किनारे बने कोई भी मकान नहीं तोड़े जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अफसरों के साथ हुई बैठक में ये निर्देश दिया है। सीएम CM  ने अफसरों से पूछा कि कुकरैल नदी के दोनों तरफ 50-50 मीटर METRE  का दायरा किसने तय किया? उन्होंने स्पष्ट किया कि नदी अपने वर्तमान स्वरूप यानी केवल 35 मीटर में ही रहेगी।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ के जिलाधिकारी, कमिश्नर, नगर आयुक्त और एलडीए LDA उपाध्यक्ष को तत्काल आदेश का पालन करने के लिए कहा है। नगर आयुक्त डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि अब कोई भी निर्माण तोड़ा नहीं जाएगा। नदी 35 मीटर में पहले से बह रही है। उतने में ही नदी रहेगी।
बता दें कि कुकरैल रिवरफ्रंट RIVERFRONT के दायरे में अकबरनगर के बाद आए रहीमनगर, खुर्रमनगर, पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर और अबरारनगर के लोग अपने घरों को अवैध बताकर लाल निशान लगाए जाने से काफी गुस्से और दुख में थे। शनिवार, रविवार को इसके विरोध में अलग-अलग तरह से प्रदर्शन करने वाले इलाके के लोग सोमवार रात अचानक शंख, ढोल, नगाड़े बजाने लगे। कुकरैल किनारे हर्ष की बारिश RAIN होने लगी।
स्थानीय लोग सीएम योगी आदित्यनाथ, बाबा गोरखनाथ की जय-जयकार करने लगे। रिवरफ्रंट RIVERFRONT के दायरे में आए रहीमनगर के विजय शुक्ला ने बताया कि सरकार ने उनकी गुहार सुन ली है। फिलहाल उनके घरों के ध्वस्तीकरण पर रोक लगा दी गई है। राहुल शर्मा ने कहा, हम यही नहीं समझ पा रहे थे कि हमारे घर अवैध कैसे हो गए हैं? मांग की जा रही थी कि ध्वस्तीकरण को रोका जाए। हमारी मांग मानकर बड़ी राहत दी गई है। गुंजन शुक्ला ने खुश होकर कहा कि अब हमारे घर नहीं तोड़े जाएंगे।
इंद्रमणि त्रिपाठी के तबादले के बाद लग रही थीं अटकलें
लखनऊ विकास प्राधिकरण यानी एलडीए के वीसी रहे इंद्रमणि त्रिपाठी के तबादले और नए वीसी की तैनाती के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि कुकरैल रिवरफ्रंट RIVERFRONT  पर बने घरों के ध्वस्तीकरण की मुहिम पर असर पड़ सकता है। कहा जा रहा था कि नए उपाध्यक्ष को पूरा प्रोजेक्ट PROJECT  समझने में समय लगेगा। ऐसे में सौदर्यीकरण का काम फिलहाल अधर में लटक सकता है।
इलाकों में नहीं गई कोई टीम TEAM 
नोटिस मिलने के बाद कई लोग घरों की रजिस्ट्री REGISTRY के साथ विरोध कर रहे थे। उनके सवालों से भी अफसर असहज हो रहे थे। सोमवार को एलडीए, सिंचाई विभाग व प्रशासन की टीम भी इन इलाकों में नहीं गई। वहीं, चर्चा है कि सोमवार शाम को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में कुकरैल रिवरफ्रंट RIVERFRONT  की जद में आए मकानों के मसले पर चर्चा भी हुई थी। हालांकि, शासन और प्रशासन के स्तर से खबर लिखे जाने तक इस बात की पुष्टि नहीं हो की पाई कि ध्वस्तीकरण पर रोक लगाई गई है या नहीं।
बच्चों ने सीएम योगी से लगाई थी गुहार
प्रभावित इलाकों के बच्चों ने भी सोशल मीडिया SOCIAL MEDIA  के जरिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके घरों को बचाने की गुहार लगाई थी। लोगों का कहना है कि बच्चों और महिलाओं की मेहनत रंग लाई और उनके घर बच गए हैं।
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