उत्तर-प्रदेश: योगी ने केंद्रीय मंत्रियों से की भेंट, ब्रज क्षेत्र के विकास पर की चर्चा
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से भेंट करके ब्रज क्षेत्र के विकास पर चर्चा की। खास तौर पर 361 किलोमीटर लंबी ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा परियोजना, 52 किलोमीटर लंबी ब्रज तीर्थ पथ परियोजना एवं 72 किलोमीटर लंबी गोवर्धन कनेक्ट परियोजना से जुड़े बिंदुओं पर मंथन किया गया।
सीएम ने नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनेवाल, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी तथा केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह से भेंट की।
मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री से लगभग 12 किलोमीटर लंबे मथुरा-वृंदावन रेल मार्ग को वैकल्पिक यातायात मार्ग के रूप में विकसित किए जाने के संबंध में विचार-विमर्श किया। गौरतलब है कि मथुरा-वृन्दावन के बीच यह रेल मार्ग वर्तमान में अनुपयोगी सिद्ध हो रहा है। इसकी भूमि का उपयोग मथुरा और वृंदावन के बीच वैकल्पिक यातायात मार्ग को विकसित किए जाने के लिए हो सकता है। इसके मद्देनजर मथुरा-वृंदावन रेलवे लाइन पर लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम (एलआरटीएस) का निर्माण प्रस्तावित है।
योगी ने रेल मंत्री से मथुरा जंक्शन पर टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेंटर के निर्माण के संबंध में भी वार्ता की। मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े स्थलों पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं का आगमन होता है। इनमें ट्रेन के माध्यम से आने वाले यात्रियों की संख्या सर्वाधिक होती है। रेलवे स्टेशन पर टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेंटर के निर्माण से मथुरा आने वाले यात्रियों को सुविधा होगी।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री से वृंदावन-मथुरा-गोकुल को जोड़ते हुए यमुना नदी पर जलमार्ग विकसित किए जाने के संबंध में विचार-विमर्श किया। इस जलमार्ग के विकास से मथुरा, वृंदावन एवं गोकुल तीर्थ स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को सुगमता होगी।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री से ब्रज क्षेत्र के पौराणिक तथा ऐतिहासिक धरोहरों के पुनरुद्धार तथा पुनर्प्रतिष्ठा के संबंध में विस्तार से चर्चा की। ब्रज क्षेत्र की धार्मिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व के धरोहरों की पुनर्प्रतिष्ठा के लिए राज्य सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है।