Uttar Pradesh बहराइच : महीनों के आतंक के बाद, बहराइच के महसी क्षेत्र में उत्पात मचाने वाले छह सदस्यीय भेड़ियों के झुंड का अंत हो गया है। तमाचपुर गांव में शनिवार को बकरी का शिकार करने की कोशिश कर रहे आखिरी भेड़िये को ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद वन विभाग गांव में आया और भेड़िये का शव बरामद किया। भेड़िये के शव के पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बहराइच के जिला वन अधिकारी अजीत सिंह ने बताया, "कई दिनों से विभाग की टीमें इस आखिरी भेड़िये को पकड़ने की कोशिश कर रही थीं। तभी हमें सूचना मिली कि एक गांव में किसी जानवर का शव पड़ा है। हम तुरंत अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे और देखा कि वहां एक मरा हुआ भेड़िया पड़ा था, क्योंकि उसके शरीर पर जख्म के निशान थे। संभव है कि गांव वालों या किसी और ने उसे मारा हो। हम इसकी जांच करेंगे। जांच के बाद ही हम आगे कुछ कह पाएंगे।" पिछले कुछ महीनों से छह भेड़ियों के इस झुंड ने उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की में उत्पात मचा रखा था। महसी तहसील के कई गांवों
इससे पहले उत्तर प्रदेश वन विभाग ने बहराइच वन प्रभाग की बहराइच रेंज में महसी तहसील के अंतर्गत 25-30 गांवों में हाल ही में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के लिए "ऑपरेशन भेड़िया" शुरू किया था। वन विभाग ने पांचवें 'हत्यारे' भेड़िये को 10 सितंबर को पकड़ा था। छठे भेड़िये को पकड़ने के लिए बहराइच में वन विभाग ने भेड़ियों के संभावित आवासों में से अधिकांश पर स्नैप कैमरे लगाए थे, ताकि किसी भी गतिविधि पर नज़र रखी जा सके।
सिकंदरपुर गांव में छह गुफाओं के आसपास तीन स्नैप कैमरे लगाए गए थे, जिन्हें स्थानीय ग्रामीण भेड़ियों का आवास मानते हैं। बहराइच के विभिन्न गांवों में आदमखोर भेड़ियों के हमलों के कारण अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और 40 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। (एएनआई)