उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ बगैर पीएचडी प्रमोशन, वेतनवृद्धि को गरजे
इलाहाबाद न्यूज़: उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ से जुड़े प्रदेशभर के सैकड़ों शिक्षकों ने विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षा निदेशालय में प्रदर्शन किया. महासंघ के अध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र सिंह चौहान और महामंत्री प्रदीप कुमार सिंह आदि के नेतृत्व में शिक्षकों ने उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमित भारद्वाज को 13 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा. वक्ताओं ने निदेशालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और कदाचार पर नाराजगी जताई.
वक्ताओं ने नवसृजित पदों का सततीकरण, स्थाईकरण व वेतन की अड़चनों को दूर करने, एसोसिएट प्रोफेसर पद प्रमोशन की अनिवार्यता हटाने, प्रोफेसर पदनाम पाने वाले शिक्षकों को नेशनल इंक्रीमेंट स्कीम का लाभ देने, सेवानिवृत्त अध्यापकों को निदेशालय स्तर से देय भुगतान अविलंब प्रदान करने, सातवें वेतन आयोग की विसंगतियां दूर करने, नवीन पेंशन योजना का अंशदान अपडेट करने, पुस्तकालय अध्यक्षों को प्रोफेसर पदनाम देने व मानदेय से आए शिक्षकों के आमेलन करने की मांग रखी.
धरना देने वालों में महासंघ के उपाध्यक्ष डॉ. हिमांशु सिंह, अजीत सिंह, शिव प्रकाश यादव, गंगेश दीक्षित, रवि चौरसिया, श्योराज सिंह, भारतेन्दु मिश्र, आरएम यादव, एसके सिंह, अनिल यादव, बलिया विवि के अध्यक्ष अखिलेश राय, अवध विवि के अध्यक्ष डॉ. विजय प्रताप सिंह व महामंत्री जितेन्द्र सिंह, बरेली विवि के डॉ. स्वदेश सिंह, मनोज पांडेय, ध्रुव त्रिपाठी, काशी विद्यापीठ के महामंत्री दिवाकर, पूर्वांचल विवि के अध्यक्ष विजय सिंह, राजेश चंद्र मिश्र, रज्जू भय्या विवि के मनोज सिंह, सत्य प्रकाश सिंह, पवन पचौरी आदि शामिल थे.