उत्तर-प्रदेश: देवबंद दौरे पर आएंगे केंद्रीय रेलमंत्री, अलर्ट मोड पर हैं डीएफसी के अफसर, जानें पूरा कार्यक्रम

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Update: 2022-07-14 18:27 GMT
केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव शुक्रवार को देवबंद आएंगे। वह तलहेड़ी बुजुर्ग स्थित राधा कृष्ण इंस्टीट्यूट में भाजपा कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। केंद्रीय रेलमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासनिक अधिकारी और भाजपा कार्यकर्ता तैयारी में जुटे हुए हैं। वहीं रेलवे अधिकारी भी दिनभर स्टेशन की साज-सज्जा में जुटे रहे।
एसडीएम दीपक कुमार ने बताया कि केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव शुक्रवार को करीब तीन बजे तलहेड़ी बुजुर्ग स्थित राधा कृष्ण इंस्टीट्यूट पहुंचेंगे। जिलास्तर से उनका कार्यक्रम आ चुका है। उधर, देवबंद के व्यापारियों को रेलमंत्री से काफी उम्मीदें हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेठ कुलदीप कुमार, समाजसेवी अशोक गुप्ता, अधिवक्ता मनोज सिंघल और उत्तर प्रदेश सिख फोरम के गुरजोत सिंह सेठी ने बताया कि कोरोना काल में बंद की गई कई एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों का संचालन नहीं हो पाया है। जिस कारण दैनिक यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
उन्होंने बताया कि बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेन का देवबंद में स्टॉपेज कराने, प्रयागराज से चलकर मेरठ तक आने वाली संगम एक्सप्रेस ट्रेन का सहारनपुर तक विस्तार करने, फ्रंटियर एक्सप्रेस का स्टॉपेज कराने, ऋषिकेश-दिल्ली वाया सहारनपुर-देवबंद बंद पैसेंजर ट्रेन का पुन: संचालन कराने, वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में छूट को पुन: लागू कराने, रेलवे स्टेशनों पर शौचालयों की संख्या आवश्यकतानुसार बढ़ाने और देवबंद स्टेशन पर त्रिवेणी शुगर मिल से स्टेशन के बाहर तक जनसुविधाएं लोहे का ओवरब्रिज बनवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
रेल मंत्री के दौरे को लेकर अलर्ट मोड पर हैं डीएफसी के अफसर
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के दो दिवसीय सहारनपुर दौरे को लेकर डीएफसी के महत्वपूर्ण हिस्से पिलखनी में अधिकारी अलर्ट मोड पर रहे। गुरुवार को केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव अपने दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर सहारनपुर पहुंचे। जहां उन्होंने सर्किट हाउस में अपने विभाग के अफसरों के अलावा भाजपा सांसद, विधायक एवं कार्यकर्ताओं से भी वार्ता की। इस दौरान पिलखनी के समीप डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के महत्वपूर्ण हिस्से न्यू पिलखनी रेलवे स्टेशन पर रेलवे अधिकारियों कर्मचारियों की आवाजाही बनी रही।
दरअसल, लुधियाना से कोलकाता तक कई चरणों में विकसित हो रहे रेलवे के विशेष मालवाहक गलियारे के तहत उत्तर प्रदेश में सबसे पहला रेलवे स्टेशन न्यू पिलखनी के नाम से बनाया गया है जो उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास निगम द्वारा विकसित किए गए पिलखनी औद्योगिक क्षेत्र से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। न्यू पिलखनी रेलवे स्टेशन पर माल ढुलाई तथा माल बुकिंग के लिए विशेष बैरक बनाई गई है। न्यू पिलखनी रेलवे स्टेशन के पूरी तरह सक्रिय होने के उपरांत सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर माल ढुलाई को बंद कर समस्त कार्य को न्यू पिलखनी रेलवे स्टेशन पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। जहां व्यापारियों तथा इंडस्ट्री के लिए अलग से माल बुकिंग एवं माल प्राप्त करने के अलावा लोडिंग अनलोडिंग के लिए भी अलग-अलग स्थान बनाए गए हैं। करीब एक माह पूर्व ट्रायल के तौर पर गेहूं चावल आदि से लदी रेलवे वैगनों को सफलता के साथ लोड अनलोड किया जा चुका है।
ऐसे में रेलवे अधिकारियों को उम्मीद है कि विभागीय केंद्रीय मंत्री कभी भी डीएफसी के तहत आने वाले इस महत्वपूर्ण कार्य का अवलोकन कर सकते हैं। हालांकि रेल मंत्री का कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित है लेकिन, वे डीएफसी कार्य की प्रगति देखने के लिए की क्षेत्र में जा सकते हैं। इसी कारण डीएफसी से जुड़े रेलवे अधिकारी सक्रियता के साथ न्यू पिलखनी रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने में लगे हैं।
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