Uttar Pradesh उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ यूनिट ने अंतर-राज्य स्तर पर प्रतिबंधित के कछुए की तस्करी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों के पास से 390 कछुए बरामद किए हैं. पकड़े गए आरोपियों की पहचान उत्तम दास और सलीम के तौर पर हुई है. जिन्हें पुलिस ने मैनपुरी के जैन इंटर कॉलेज करहल से गिरफ्तार किया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि पकड़े गए दोनों आरोपी उत्तराखंड के रहने वाले हैं.
कई दिनों से उत्तर प्रदेश की एसटीएफ को प्रतिबंधित कछुए की तस्करी करने वाले तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थी. जिसको देखते हुए एसटीएफ ने कई टीमों को लगा रखा था और इसी क्रम में एसटीएफ फील्ड इकाई कानपुर ने टीम गठित कर तस्करों को तलाश शुरू कर दी थी. जांच के दौरान एसटीएफ को यह सूचना प्राप्त हुई कि कुछ तस्कर प्रतिबंधित प्रजाति के कछुए को मैनपुरी के विभिन्न स्थान से इकट्ठा करके टाटा सफारी गाड़ी से एटा बरेली होते हुए उत्तराखंड ले जा रहे हैं.
390 जिंदा कछुए बरामद
मुखबिर की सूचना पर तत्काल एसटीएफ एक्टिव हो गई और कार्रवाई करते हुए सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी गई. सूचना पर वन क्षेत्र अधिकारी रेंज मैनपुरी से बात करते हुए पुलिस ने तस्करों को रविवार सुबह साढ़े चार के आसपास मैनपुरी के जैन इंटर कॉलेज करहल से दो लोगों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस को 11 बोरियों में 390 जिंदा कछुए बरामद हुए हैं.
उत्तराखंड ले जा रहे थे कछुए
पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह पिछले काफी समय कछुओं की तस्करी कर रहे हैं. तस्कर मैनपुरी के अशोक कुमार से कछुए लेकर शक्ति फार्म सितारगंज उत्तराखंड जा रहे थे. हालांकि, इसी दौरान पुलिस ने उन्हें रास्तें ही गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए तस्कर उत्तम ने बताया कि सितारगंज उत्तराखंड के रहने वाले विवेक से कछुआ की तस्करी करने के लिए 80 हजार में बात हुई थी. विवेक ने बताया था तस्करी किए जाने वाले प्रतिबंधित कछुआ का मीट खाने में और शक्तिवर्धक दवा बनाने में प्रयोग किया जाता है. उत्तम साल 2024 में कछुआ की तस्करी करने में पहले भी जेल जा चुका है.
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