उत्तर-प्रदेश: अनब्रांडेड वस्तुओं पर जीएसटी लगाए जाने पर गुस्साए व्यापारी, किए प्रदर्शन
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अनब्रांडेड वस्तुओं पर जीएसटी लगाने के विरोध में व्यापारियों ने जीएसटी कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। यहां पर उन्होंने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के नाम एक ज्ञापन भी एडिशनल कमिश्नर डॉ. रविंद्र नाथ शुक्ला को सौंपा।
इस दौरान व्यापारी नेता प्रदीप गंगा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दैनिक आवश्यक अनब्रांडेड वस्तुओं जिनमें प्रमुख खाद्यान्न शामिल हैं उनको जीएसटी के दायरे में शामिल कर लिया है। इससे दाल, चना, गेहूं, आटा, दही, पनीर एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं काफी महंगी हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि जीएसटी बढ़ जाने से देश की 130 करोड़ जनता को महंगाई का सामना करना पड़ेगा। कुटीर, घरेलू एवं लघु उद्योग पर लगाए गए इस टैक्स का आमजन पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने मांग रखी कि शराब और पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी में शामिल किया जाना आवश्यक है।
इस अवसर पर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष ई. रत्नाकर आर्य, महानगर मंत्री एमए खान, युवा महानगर अध्यक्ष दुर्वेश वार्ष्णेय, जिला उपाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश वार्ष्णेय, राकेश वार्ष्णेय, जिला महामंत्री, दुर्वेश वार्ष्णेय, ज्ञान प्रकाश वार्ष्णेय, मुकेश किंग इंडिया,अनिल बंसल, संजीव अग्रवाल, सुमित वार्ष्णेय, रविंद्र जोशी, मुन्नालाल, पप्पू माहौर, नरेश कुमार, अरुन कुमार, गजेंद्र सिंह राघव, शुभम वार्ष्णेय, सौरभ शर्मा, रोहताश कुमार आदि मौजूद रहे।