बागपत। गुराना रोड पर रेलवे पार्क के पास दो दिन पूर्व कांवड़िया के साथ मारपीट कर नकदी लूटने के मामले में पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। एसपी और जीआरपी सीओ ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पीड़ित की तहरीर पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसपी ने रेलवे रोड पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों की जमकर क्लास ली।
कांवड़िया के साथ लूट की वारदात को लेकर पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने दबाने का प्रयास किया। यहां तक कि पीड़ित अलीगढ़ के अतरौली निवासी मोनू शर्मा को लूट की वारदात दर्ज करने की बजाय पुलिस चौकी और जीआरपी थाने से टरका दिया गया। जबकि दोनों ही महकमे की पुलिस कांवड़ियों की पुख्ता सुरक्षा का दावा कर रही है। समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के बाद मामला अधिकारियों के संज्ञान में पहुंचा तो हड़कंप मच गया। शनिवार को एसपी नीरज जादौन और जीआरपी सीओ धर्मेंद्र यादव रेलवे स्टेशन पार्क में पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। एसपी ने पुलिस चौकी पर तैनात कर्मचारियों की जमकर क्लास ली। उसके बाद तुरंत लूट का मुकदमा दर्ज किया गया।
जीआरपी सीओ धर्मेन्द्र यादव ने बताया कि वह घटना स्थल पर गए थे। निरीक्षण के दौरान घटनास्थल सिविल थाने से संबंधित मिला। उन्होंने जीआरपी पुलिस कर्मियों को ट्रेनों में ओर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए। उधर हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने रेलवे रोड पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
गौरतलब है कि मोनू शर्मा के साथ बाइक सवार तीन हथियारबंद बदमाशों ने उस समय लूट कर दी थी, जब वह गुराना रोड पर रेलवे पार्क के पास थकान के कारण बैठा हुआ था। मोनू शर्मा दिल्ली से पैदल हरिद्वार में कांवड़ लेने जा रहा था, भूख व थकान के कारण वह रेलवे पार्क पर रुक गया था। घटना के बाद मोनू शर्मा जीआरपी थाने पहुंचा तो वहां पर पुलिस कर्मियों ने सिविल का मामला बताते हुए रेलवे रोड पुलिस चौकी पर भेज दिया है। आरोप है कि रेलवे रोड पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने उसे वहां से बिना कार्रवाई के लौटा दिया था।