उत्तर-प्रदेश: यूपी के परिषदीय स्कूलों में बदलेगी व्यवस्था, अब छुट्टी का खेल नहीं खेल सकेंगे गुरुजी
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बेसिक स्कूलों के शिक्षक अब आकस्मिक छुट्टी लेने वाला खेल नहीं खेल सकेंगे। उन्हें स्कूल खुलने से पहले ही इसके लिए आवेदन करना होगा। स्कूल खुलने के बाद वे मानव संपदा पोर्टल पर आवेदन नहीं कर सकेंगे। इसके लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने एनआईसी को पत्र भेजकर पोर्टल पर लीव मॉड्यूल में बदलाव करने को कहा है। साथ ही अवकाश व उपस्थिति से जुड़े कई अन्य सुधार के प्रावधान भी शुरू करने को कहा है।
अभी कुछ शिक्षक, कर्मचारी बिना अवकाश लिए गैरहाजिर हो जाते हैं या फिर देर से विद्यालय पहुंचते हैं। इस दौरान यदि अधिकारी की चेकिंग हो जाती है, तो सूचना पाकर वह तुरंत पोर्टल पर छुट्टी भर देते हैं। इस पर रोक लगाने के लिए ही ये बदलाव किए जा रहे हैं। इससे शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, कर्मचारी अब ऑनलाइन छुट्टी के आवेदन में मनमानी नहीं कर सकेंगे
ऐसे करना होगा आवेदन
जुलाई से सितंबर माह तक आकस्मिक अवकाश सुबह 8 बजे के बाद और अक्तूबर से 20 मई तक सुबह 9 बजे के बाद नहीं ले सकेंगे। साथ ही अवकाश स्वीकृति भी सुबह 5 से नौ बजे के बीच हो सकेगी। अभी प्रधानाध्यापक या खंड शिक्षा अधिकारी सुबह नौ बजे के बाद ही अवकाश मंजूर कर पाते हैं। ऐसे में स्कूल खुलने से पहले किसी के आकस्मिक अवकाश प्रस्ताव को अगर निरस्त करना हो तो नहीं किया जा पाता। छुट्टी देर से निरस्त करने पर शिक्षक या कर्मचारी सूचना मिलने के बाद देर से विद्यालय पहुंचते हैं।
यह भी होगा बदलाव
अधिकारी पोर्टल पर यह भी देख सकेगा कि संबंधित विद्यालय में उस दिन कौन-कौन पूर्व से अवकाश पर है। ऐसे में उसे अवकाश मंजूर करने में आसानी होगी।
अधिकारी को अवकाश निरस्त करने का कारण भी लिखना होगा। साथ ही स्वीकृत व फॉरवर्ड प्रकरणों के संलग्नकों को रिकॉर्ड के रूप में रखा जाएगा। इससे पता चल सकेगा कि शिक्षक या कर्मी ने पूर्व में किस चिकित्सकीय प्रमाण पत्र या कारण बताकर अवकाश लिया था।