उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में 9 वर्षीय बच्चे का उसके ही पड़ोसी के घर में शव मिलने से हड़कंप मच गया. बच्चे का शव कई टुकड़ों में कटा हुआ था. जानकारी के अनुसार, सीतापुर कस्बे में रहने वाले दलित परिवार का नौ वर्षीय बेटा 8 मार्च को गायब हो गया था. बच्चे के परिवार वालों का आरोप है कि उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी थी. लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. अब जब घर के पड़ोस में ही बच्चे का शव कई टुकड़ों में कटा हुआ मिला तो पूरा दलित समुदाय आक्रोशित हो गया. उन्होंने बताया कि बच्चे के शव को काटकर एक डिब्बे में रखा हुआ था.
गुस्साए लोगों ने सीतापुर के पर्यटक बंगला तिराहे और जिला मुख्यालय कर्वी में मंदाकिनी पुल में जाम लगते हुए चित्रकूट पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. लोगों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल मृतक बच्चे के परिजनों को समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे. लगभग 3 घंटे तक चली अफरातफरी के बाद पुलिश अधीक्षक धवल जायसवाल के आश्वासन पर परिजन किसी तरह जाम खोलने को तैयार हुए. इस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा. फिलहाल पुलिस ने इस बच्चे के अपहरण और हत्या मामले में तीन संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. तीनों से पूछताछ की जा रही है.
वहीं एक अलग मामले में , बाराबंकी में एक नशेड़ी ने अपनी 8 साल की बहन के साथ गलत काम करने का प्रयास किया. इस हरकत के बाद उसके पिता ने काफी समझाया, लेकिन वह नहीं माना तो गुस्से में आकर पिता ने उसका गला दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद पिता ने बेटे का शव जंगल में फेंक दिया. पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने बताया कि मृतक के पिता से पूछताछ की गई तो पता चला कि मृतक शुभम नशे का आदी था. अपने घर पर ही रहता था. शुभम अपनी बहनों पर बुरी नजर रखता था, जिसके कारण घर में अक्सर लड़ाई झगड़ा होता रहता था. नशे की हालत में मृतक ने अपनी 8 वर्षीय बहन के साथ गलत काम करने का प्रयास किया. इससे क्षुब्ध होकर पिता शिवराज ने शुभम का गला दबाकर हत्या कर दी.