उत्तर-प्रदेश: 22 भाषाओं से परिचित होंगे माध्यमिक स्कूल के विद्यार्थी

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Update: 2022-07-08 17:46 GMT
गौरीगंज (अमेठी)। शैक्षिक गतिविधियों के साथ विद्यार्थियों का सामान्य ज्ञान व भाषा ज्ञान बढ़ाने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग विशेष कार्यक्रम संचालित करेगा। भाषा संगम कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को मातृ भाषा के साथ अन्य 22 भाषाओं से परिचित कराते हुए प्रारंभिक ज्ञान दिया जाएगा। कवायद सफल हो सके इसके लिए विभिन्न वीडियो व शैक्षिक सामग्री की मदद से शिक्षित किया जाएगा। विद्यार्थियों को भाषा से परिचित कराया जा सके इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
जिले में संचालित 36 राजकीय, 25 सहायता प्राप्त व 180 वित्तविहीन इंटर कॉलेजों का संचालन माध्यमिक शिक्षा विभाग करता है। शैक्षिक सत्र में कक्षा नौ में 29,774, कक्षा 10 में 24,763 कक्षा 11 में 23,011 व कक्षा 12 में 19,521 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। फिलहाल अभी स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, ऐसे में छात्र संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। इंटर कॉलेजों में पंजीकृत विद्यार्थियों को अब सिर्फ हिंदी-अंग्रेजी ही नहीं बल्कि 22 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में जानकार बनाया जाएगा।
एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजना के तहत सरकार ने विद्यार्थियों को इन भाषाओं से परिचित कराने की योजना बनाई है। भाषा संगम कार्यक्रम से विभिन्न भाषाओं को समझने, बोलने व लिखने की जानकारी होने से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का बहुआयामी विकास होगा। शिक्षा के बाद देश के विभिन्न शहर या राज्यों में नौकरी करने में उन्हें परेशानी नहीं होगी।
संयुक्त शिक्षा निदेशक ने माध्यमिक शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। शैक्षिक सत्र में स्कूल की वेबसाइट व वेबपेज तैयार करने के साथ विद्यार्थियों की ई-मेल आईडी व मोबाइल नंबर के माध्यम से भाषाओं से परिचित कराने के लिए वीडियो, व्हाट्स एप, ई-ज्ञान गंगा, यू-ट्यूब चैनल, दूरदर्शन व स्वयं प्रभा चैनल के साथ अन्य माध्यमों का सहयोग लिया जाएगा।
भाषा संगम कार्यक्रम के लिए ब्रोशर, बुक मार्क, क्यूआर कोड को 22 भाषा में दी गई विषय वस्तु से परिचित कराया जाएगा। इसके तहत भाषाओं के प्रयोग को बढ़ाने के लिए दीक्षा पोर्टल पर एनसीईआरटी की ओर से तैयार की गई सौ वाक्यों की क्विज की वीडियो व फोटो अपलोड की गई है। विद्यार्थियों को जोड़ने से पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षित शिक्षक विद्यार्थियों को भाषाओं से परिचित कराते हुए लिखने, बोलने व समझने में पारंगत करेंगे।
इन भाषाओं से परिचित होंगे विद्यार्थी
भाषा संगम कार्यक्रम के तहत दीक्षा पोर्टल पर एनसीआरटी की ओर से भाषाओं की सूची साथ प्रारंभिक ज्ञान के लिए वीडियो व पीडीएफ फाइल अपलोड की गई है। सूची के अनुसार बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकण, मैथिली, मलयालम, मणिप्पुरम, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू, आसामी व संथाली है।
सांस्कृतिक विविधता से होंगे परिचित
सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी आशुतोष मिश्र ने बताया कि भाषा संगम कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार करने की जिम्मेदारी शिक्षकों को सौंपी गई है। भाषा संगम कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को 22 भारतीय भाषाओं से परिचित कराने की तैयारी है। कार्यक्रम का उद्देश्य योजना के माध्यम से राष्ट्रीय एकता व भाषाई सामंजस्य को बढ़ावा देते हुए भाषा के माध्यम से देश की सांस्कृतिक विविधता से विद्यार्थियों को परिचित कराना है।
बढ़ेगी बौद्धिक व शैक्षिक क्षमता
डीआईओएस उदय प्रकाश मिश्र ने कहा कि संयुक्त शिक्षा निदेशक के निर्देश पर माध्यमिक स्कूलों में भाषा संगम कार्यक्रम शुरू किया गया है। अभी शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए रोस्टर निर्धारित हुआ है। मातृ भाषा के साथ अन्य भाषाओं से परिचित होने पर विद्यार्थियों का सामान्य ज्ञान बढ़ेगा तो उनकी बौद्धिक व शैक्षिक क्षमता में वृद्धि होगी।
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