जनता से रिश्ता वेबडेस्क : भोजपुर में राजधानी पटना व दिल्ली की तर्ज पर बिजली की आपूर्ति 22 से 24 घंटे की जा रही है। यदि कुछ समय के लिए कटती भी है तो तकनीकी गड़बड़ी दूर करने या मेंटेनेंस के लिए। इससे आम लोगों को पहले की तुलना में सहूलियत हो रही है और भीषण गर्मी में राहत भी मिल रही है। बिजली के क्षेत्र में और मजबूती प्रदान करने के लिए कंपनी की ओर से केबल बदलने से लेकर कई तकनीकी कार्य किये जा रहे हैं ताकि उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली की निर्बाध आपूर्ति मिलती रहे। इसके बाद भी बिजली का बिल जमा करने में बहुतेरे लोग दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
इसका नतीजा है कि बिजली कंपनी का उपभोक्ताओं के पास 150 करोड़ रुपए से अधिक बकाया हो गया है। इस कारण कंपनी ने ऐसे उपभोक्ताओं को चिह्नित कर कनेक्शन काटने का कार्य शुरू कर दिया है। जगदीशपुर में अब तक आठ गांवों के उपभोक्ताओं की बिजली काटी जा चुकी है।
ऐसे में कंपनी का 20 प्रतिशत से कम भुगतान करने वाले अन्य गांवों व मोहल्लों के उपभोक्ता भी अब अंधेरे में रहने के लिए तैयार हो जाएं। ऐसे करीब दो सौ गांव हैं। जिले के जगदीशुर अवर प्रमंडल में ऐसे गावों की संख्या करीब 150 है, जबकि आरा अवर प्रमंडल में 50 गांव हैं। यहां बिजली काटे जाने की तैयारी की गई है। इस सप्ताह से कंपनी ऐसे गावों में पहले माइकिंग कराएगी। फिर भी उपभोक्ता नहीं चेते और बकाया बिल का भुगतान नहीं हुआ तो संबंधित गांवों की बिजली कटेगी। जिले के दो विद्युत अवर प्रमंडल में आरा में सौ करोड़ रुपए तो जगदीशपुर में 50 करोड़ रुपए उपभोक्ताओं पर बकाया है। बता दें कि जिले के आरा विद्युत प्रमंडल के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में सवा लाख तो शहरी क्षेत्र में 58 हजार उपभोक्ता हैं।