उत्तर प्रदेश : पीएम घोटाला का मामला, कटौती के बाद खाते में जमा नहीं हुए रुपए

नगर पालिका परिषद

Update: 2022-07-28 04:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : यूपी के नगर पालिका परिषद बस्ती में दो करोड़ रुपए से अधिक के पीएफ (भविष्य निधि) घोटाले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पालिका में कार्यरत 200 कर्मचारियों के वेतन से प्रति कर्मचारी करीब 10 हजार रुपए पीएफ मद में कटौती कर ली गई लेकिन उसे पीएफ खाते में जमा नहीं किया गया। जिम्मेदारों ने दस महीने के पीएफ का करीब दो करोड़ रुपए आपस में बंदरबांट कर लिया।

पालिका में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी के एक कर्मचारी ने थकहार कर इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने नकेल कसी तो शासन ने जांच कराई। प्रथमदृष्टया पिछले महीने बस्ती से बलिया ट्रांसफर हुए तत्कालीन अधिशासी अधिकारी (ईओ) जांच में दोषी पाए गए। शासन ने उन्हें निलंबित करते हुए मुख्यालय लखनऊ अटैच कर दिया। इसी मामले में 01 अगस्त 2022 को हाईकोर्ट में विस्तृत रिपोर्ट पेश करनी है।नगर पालिका परिषद बस्ती में मौजूदा समय विभिन्न पदों पर तकरीबन 200 कर्मचारी कार्यरत हैं। वेतन 35 से 60 हजार रुपए तक है। पीएफ मद में सभी के वेतन से औसतन 10 हजार रुपए तक की कटौती होती है। ऐसे में हर महीने 20 लाख रुपए की कटौती की जाती है। इस घोटाले की पोल तब खुली जब चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्यरत अनुसेवक उदयभान सिंह ने अपने पीएफ खाते से पैसा निकालने के लिए आवेदन किया। पता चला कि दस माह से उनके वेतन से काटी गई रकम पीएफ खाते में जमा ही नहीं की गई। यही हाल अन्य कर्मचारियों का भी है।
source-hindustan
Tags:    

Similar News