उत्तरप्रदेश: 70 जिलों में कोरोना का एक भी नया मरीज नहीं, जानिए पूरा मामला

पढ़े पूरी फोटो

Update: 2021-11-02 16:53 GMT
फाइल फोटो 

जनता से रिस्ता वेबडेसक | ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण की नीति के सही क्रियान्वयन से प्रदेश में कोविड पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के 41 जिलों में आज एक भी संक्रमित नहीं हैं, जबकि 17 जिलों में 01-01 मरीज ही शेष हैं। बीते 24 घंटों में हुई 01 लाख 38 हजार 271 सैम्पल की जांच में 70 जिलों में एक भी नया मरीज नहीं पाया गया। केवल 05 जिलों में कुल 07 संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 10 संक्रमित कोरोना मुक्त भी हुए। आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 102 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 165 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। ये बातें मुख्यमंत्री योगी ने टीम-9 के साथ बैठक में कही

विश्व के अनेक देशों में सहित देश के कई राज्यों में नए संक्रमित मिलने की संख्या में बढोतरी हो रही है। ऐसे में हमें बहुत सतर्कता-सावधानी की जरूरत है। दूसरे प्रदेशों से उत्तर प्रदेश आ रहे हर व्यक्ति की जांच जरूर की जाए। बस, रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। त्योहारों के बीच इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। कोविड प्रोटोकाल व मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी रूप से लागू किया जाए।

उत्तर प्रदेश में अब तक 13 करोड़ 17 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं। 03 करोड़ 31 लाख 78 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है। जबकि 09 करोड़ 85 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी के 67 फीसदी लोगों ने पहली डोज प्राप्त कर ली है। पहले डोज के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की अनिवार्यता समाप्त करते हुए क्लस्टर 2.0 की नीति के साथ टीकाकरण को और तेज करने की जरूरत है।

कानपुर में अब तक जीका वायरस से संक्रमित 11 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में विशेष सतर्कता की जरूरत है। डेंगू की टेस्टिंग और तेज की जाए। अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में प्रबंध किए गए हैं। हर एक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए। सर्विलांस को बेहतर करने की जरूरत है। बचाव के लिए व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइज़ेशन और फॉगिंग का कार्य सतत जारी रखें। निगरानी समितियों का पूरा सहयोग लिया जाए।

'यह पहला मौका है जब यूपी में पांच हजार नए स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं'

हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। बीते कई दशकों में यह संभवतः पहला अवसर है कि जब उत्तर प्रदेश में एक साथ 5,000 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। जल्द ही इन स्वास्थ्य केंद्रों को लोकार्पित किया जाना है। ग्रामीण क्षेत्रों में सुगमतापूर्वक लोगों को चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने में यह उपकेंद्र अत्यंत उपयोगी होंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकीय उपकरण, प्रशिक्षित  चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता जल्द से जल्द करा दी जाए।

प्रदेश के धार्मिक, आध्यात्मिक स्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों के जीर्णोद्धार और समग्र विकास के उद्देश्य से विगत साढ़े चार वर्ष में राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किए गए हैं। जनपद सीतापुर स्थित नैमिषारण्य धाम ऐसा ही एक पवित्र धाम है। श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक पर्यटन की सम्भावनाओं को विस्तार देने के लिए "नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद" का गठन किया जाना आवश्यक है। इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही की जाए।

अतिरिक्त सतर्कता व संवेदनशीलता अपेक्षित है

त्योहारों के दृष्टिगत पुलिस बल से अतिरिक्त सतर्कता व संवेदनशीलता अपेक्षित है।अराजक तत्वों की सक्रियता बढ़ सकती है। पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। शहरों में ट्रैफिक जाम की स्थिति न हो, इसके लिए फुट पेट्रोलिंग भी बढ़ाई जाए। पुलिस बल सतत गश्त जारी रखे। जहां पटाखों का क्रय-विक्रय हो, वहां फायर टेंडर के पर्याप्त इंतज़ाम किए जाएं।

प्रदेश में निवेश कर रहीं औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। ऐसे सभी प्रकरणों की गहन समीक्षा कर यथाशीघ्र यथोचित समाधान किया जाए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अतिशीघ्र मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित "गंगा एक्सप्रेस-वे" और विश्वस्तरीय "नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर" का शिलान्यास किया जाना है। दोनों ही परियोजनाएं प्रदेश के विकास को रफ्तार देने वाली होंगी। इस संबंध में सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं।

Tags:    

Similar News

-->