उत्तर-प्रदेश: आगरा कैंट पर रिश्वत लेते पकड़े गए कार्यालय अधीक्षक से 10 घंटे तक चली पूछताछ, भेजा गया जेल

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Update: 2022-07-14 18:16 GMT
आगरा में डीआरएम कार्यालय के कार्मिक विभाग के कार्यालय अधीक्षक एसके सोनी को सीबीआई की टीम जांच के बाद मंगलवार की रात को गाजियाबाद ले गई। उसे गाजियाबाद में एडीजे-8 की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजा गया है।
10 घंटे तक चली पूछताछ
डीआरएम कार्यालय में मंगलवार को गाजियाबाद की सीबीआई टीम ने छापा मारा था। कार्मिक विभाग के कार्यालय अधीक्षक एसके सोनी पर रेलवे के सेवानिवृत्त सीनियर तकनीशियन बृजेश कुमार से सेवानिवृत्ति देयकों के भुगतान के मामले में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था। इस पर सीबीआई की टीम ने सोनी को मंगलवार को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा था। तकरीबन 10 घंटे तक चली पूछताछ के बाद आरोपी कार्यालय अधीक्षक को सीबीआई की टीम रात 11 बजे के बाद गाजियाबाद लेकर गई थी।
पांच हजार की ली थी रिश्वत
हमारे गाजियाबाद कार्यालय के मुताबिक, सोनी को 5000 रुपये लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया है। बृजेश कुमार का रिटायरमेंट 31 दिसंबर 2021 को हो गया था और उसके बाद उनका कुछ पेमेंट रुका हुआ था, जिसे क्लीयर कराने के एवज में श्याम कुमार सोनी ने रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत बृजेश कुमार ने सीबीआई में कर दी थी। जिसके बाद मामले का संज्ञान लेते हुए सीबीआई ने आरोपी को आगरा से पकड़ा था। कार्यालय अधीक्षक को रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के बाद डीआरएम कार्यालय में पूरे दिन इस प्रकरण की चर्चा रही।
सीबीआई ने घर पर की छानबीन
सीबीआई की टीम ने आरोपी कर्मचारी से दोपहर से देर रात तक पूछताछ की। शाम को आरोपी के शाहगंज स्थित आवास पर पहुंची थी। यहां भी टीम ने छानबीन की। इसके बाद आरोपी के परिवारीजन खाना आदि लेकर डीआरएम कार्यालय पहुंचे थे।
निलंबित किया गया
आगरा रेल मंडल के डीआरएम आनंद स्वरूप ने बताया कि आरोपी कार्यालय अधीक्षक एसके सोनी को रिश्वत मामले के बाद निलंबित कर दिया गया है। इसके पहले डीआरएम ने एडीआरएम मुदित चंद्रा, वीरेंद्र वर्मा, वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी के साथ बैठक करके कर्मचारियों की कार्यशैली को पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए। किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायतों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
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