उत्तर-प्रदेश: चारों नवजात की मौत से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप, सीएचसी में 11 घंटे में चार डिलीवरी, जांच शुरू

पढ़े पूरी खबर

Update: 2022-07-12 09:07 GMT
हसनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में प्रसव के बाद 11 घंटे के भीतर चार नवजात की मौत हो गई। एका-एक चार नवजातों की मौत से स्वास्थ्य अफसरों में खलबली मच गई। नवजात की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
मरने वाले तीन नवजात के परिजनों ने प्रसव के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया है। एक मामले में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा बच्चा पेट में पहले से ही मृत पाए जाने का दावा किया गया है। उसकी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट भी है। सीएमओ ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
हसनपुर क्षेत्र के गांव फतेहपुर खादर निवासी देवेंद्र ने 22 वर्षीय पत्नी पूनम को प्रसव पीड़ा के दौरान सोमवार की सुबह 10 बजे अस्पताल में भर्ती कराया था। शाम 5 बजे प्रसव के दौरान उसने बेटी को जन्म दिया। लेकिन जन्म के पांच मिनट बाद ही उसकी मौत हो गई। उधर गांव अगरौला कला निवासी सर्वेश ने 32 वर्षीय अपनी पत्नी बीना को दोपहर 2 बजे प्रसव पीड़ा के दौरान भर्ती कराया था। इसके बाद शाम 7:30 बजे प्रसव के दौरान बीना बेटे को जन्म दिया। इसके बाद गंभीर हालत में बच्चे को रेफर कर दिया गया। रास्ते में उसकी मौत हो गई।
गांव सुतारी निवासी ओमवीर ने 30 वर्षीय पत्नी सविता को प्रसव पीड़ा के दौरान सोमवार की रात 9 बजे अस्पताल में भर्ती कराया था। जबकि सुबह 6 बजे उसने बेटे को जन्म दिया। लेकिन डिलीवरी के कुछ मिनट बाद उसकी भी मौत हो गई। इसके अलावा गांव झोंटना निवासी बंटी ने 22 वर्षीय पत्नी रिंकी को सोमवार की रात 11 बजे प्रसव पीड़ा के दौरान अस्पताल में भर्ती कराया। जिसके बाद करीब 3 बजे प्रसव के दौरान बेटा पैदा हुआ।
आनन-फानन में नवजात को गंभीर हालत में उसे रेफर किया गया। लेकिन निजी अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई। प्रसव के बाद चार बच्चों की मौत की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य महकमे के अफसरों में खलबली मच गई।
सीएमओ डॉ. राजीव सिंघल ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। मरने वाले चार नवजात में से तीन बच्चों के परिजनों ने अस्पताल में प्रसव के दौरान चिकित्सक व स्टाफ नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
Tags:    

Similar News

-->