उत्तर-प्रदेश: मऊ में उग्र छात्रों ने चलती बस पर किया पथराव, कई यात्री घायल, नेशनल हाईवे रहा जाम
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सशस्त्र बलों में भर्ती की नई योजना अग्निपथ के खिलाफ शुक्रवार सुबह से ही पूर्वांचल में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। बलिया में ट्रेन में तोड़फोड़ के बाद वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, आजमगढ़ और मऊ युवा सड़क पर उतर आए। वाराणसी और बलिया पथराव व आगजनी की गई। वहीं मऊ में प्रदर्शनकारी युवकों ने चलती बस पर पथराव कर दिया। घटना में बस पर सवार कई यात्री घायल हो गए।
पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन की आंच शुक्रवार को मऊ जिले में भी पहुंच गई। सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने शुक्रवार सुबह बजे 10 बजे नेशनल हाईवे अमिला-थानीदास मार्ग को जाम कर दिया। साथ ही सरकार के विरोध में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम से यात्री बिलबिला उठे। करीब एक घंटे उपजिलाधिकारी घोसी, सीओ सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। चक्कजाम हटाने को कहा लेकिन प्रदर्शनकारी मान नहीं माने। अंत में अधिकारियों के समझाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
झाड़ियों में छिपे युवकों ने किया बस पर पथराव
मामला शांत हो जाने के बाद कुछ प्रदर्शनकारी थानीदास से लगभग 300 मीटर दूर रामजानकी मंदिर के समीप झाड़ियों में छिप गए। इसी बीच गोरखपुर की तरफ से मऊ आ रही काशी डिपो की बस पर पथराव कर दिया। इससे बस का शीशा टूटने के साथ ही एक दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए। घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।
रोडवेज बस को थाने ले जाया गया। घायल यात्रियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया गया। उधर, बलिया में हो रहे प्रदर्शन के चलते साबरमती एक्सप्रेस इंदारा जंक्शन पर सुबह 9.35 बजे से 12.35 बजे तक खड़ी रही। लगातार तीन घंटे तक यात्री परेशान और दहशत में रहे। बच्चे-भूख से बच्चे चिल्ला रहे थे। स्थिति में सुधार होने पर ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुई।
प्रदर्शनकारी युवाओं ने चेताया कि अगर सरकार द्वारा छात्रों के हितों के संरक्षण को लेकर जल्द से जल्द फैसला नहीं लिया गया तो आंदोलन और ज्यादा उग्र होगा। जिलाधिकारी अरुण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक सुशील घुले पल-पल की अपडेट लेते रहे। सभी क्षेत्राधिकारियों एवं थानाध्यक्षों को अलर्ट रहकर आंदोलन से निपटने के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया।