उत्तर-प्रदेश: जिला मुख्यालय से दर्जनों गांवों का संपर्क कटा, पहाड़ों पर भारी बारिश से यमुना समेत कई नदियां उफान पर
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पहाड़ी एवं मैदानी क्षेत्र में हुई भारी बारिश के बाद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर क्षेत्र में सभी बरसाती नदियां उफान पर हैं। इससे कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। उधर, यमुना का जलस्तर भी बढ़ रहा है। दोपहर दो बजे हथनीकुंड बैराज से 20 हजार 190 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि बैराज पर कुल जलस्तर 33 हजार 101 क्यूसेक दर्ज किया गया। वहीं यमुना समेत अन्य नदियों में लगातार जलस्तर बढ़ने से आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है।
जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह करीब 10 बजे पहाड़ी क्षेत्र में जमकर बारिश हुई। इसके बाद मैदानी क्षेत्र में बारिश शुरू हुई। बारिश रुक-रुक कर हुई, लेकिन मूसलाधार बारिश ने जनजीवन प्रभावित किया। पहाड़ी एवं मैदानी क्षेत्र में बारिश के बाद क्षेत्र की सभी बरसाती नदियों में पानी का जबदस्त उफान आया। दिन भर नदियां पूरे उफान पर रहीं। इससे घाड़ क्षेत्र के नदी नालों से घिरे 20 से अधिक गांवों का तहसील व जिला मुख्यालय से संपर्क कटा रहा।
कई मार्गों पर आवागमन ठप
शाहपुर गाड़ा गांव के पास पजना नदी में भी एक कार पानी के बहाव के बीच फंसी है। नदियों में लगातार जलस्तर बढ़ने से मिर्जापुर-सुंदरपुर, बेहट शाकंभरी देवी व बेहट बिहारीगढ़ रूटों पर कई घंटे से वाहनों का आवागमन बंद चल रहा।
हथिनीकुंड बैराज पर जलस्तर बढ़ा
उधर, हथिनीकुंड बैराज पर भी जलस्तर लगातार बढ़ रहा। आज सुबह 9 बजे जलस्तर 932 क्यूसेक था। दोपहर 12 बजे जलस्तर की स्थिति बढ़कर 11 हजार 660 क्यूसेक हो गई थी। दो बजे बैराज से 20 हजार 190 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया। बैराज से मिली जानकारी के अनुसार अभी जलस्तर और बढ़ सकता है। तहसीलदार प्रकाश सिंह ने बताया कि बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है।
यमुना नदी में जलस्तर की स्थिति हथनी कुंड बैराज पर दोपहर 2 बजे जलस्तर 33 101 क्यूसेक दर्ज किया गया, जबकि इसमें से यमुना नदी में 20 हजार 190 क्यूसेक यमुना नदी में छोड़ा गया था।