मुरादनगर। उखलारसी से दो दिन से लापता युवक का शव बृहस्पतिवार को हिसाली-दुहाई मार्ग स्थित रजवाने में पड़ा मिला। परिजनों का आरोप है कि पड़ोसी ने अगवा कर युवक की हत्या की है। शाम को परिजन शव लेकर थाने पहुंचे। हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग को लेकर परिजनों ने दिल्ली मेरठ हाईवे पर रखकर जाम लगाकर हंगामा किया। पुलिस ने लाठी फटकार परिजनों को खदेड़ा।
मूलरूप से जनपद मिर्जापुर निवासी दिलीप (32) उखलारसी में किराए का कमरा लेकर परिवार समेत रहता था। परिवार में पत्नी मीरा, दो बेटे और चार बेटिया हैं। वह मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था। मीरा ने बताया कि 11 जुलाई की रात दिलीप का पड़ोस में किराए पर रहने वाले बिहारी से झगड़ा हो गया था। 12 जुलाई की सुबह बिहारी बाइक पर बैठाकर दिलीप को अपने साथ कहीं ले गया। वह युवक कुछ समय बाद वापस आ गया लेकिन दिलीप नहीं आया। मीरा ने बिहारी से पूछा कि दिलीप कहा है, तो उसने कहा कि वह रास्ते में उतर गया। दोपहर में बिहारी अपने परिवार समेत मकान छोड़कर चला गया। देर शाम तक दिलीप घर नहीं आया तो उसकी तलाश शुरू की गई। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की तहरीर दी लेकिन पुलिस ने परिजनों से कहा कि खुद तलाश लो। एसओ सतीश कुमार का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
दिल्ली मेरठ हाईवे पर लगाया जाम
दिलीप के परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर थाने पहुंचे और हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग को लेकर दिल्ली मेरठ हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। परिजनों का कहना था कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद ही दिलीप का अंतिम संस्कार होगा। एसओ ने परिजनों को समझाया लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे। इसके बाद पुलिस ने लाठी फटकार परिजनों को खदेड़ा और जाम खुलवाया। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया है।
पुलिस की लापरवाही से गई दिलीप की जान
11 जुलाई की रात दिलीप का पड़ोसी बिहारी से झगड़ा हो गया था। वह शिकायत करने पहले थाने गया, वहां से उसे रेलवे रोड चौकी भेज दिया गया। पुलिस ने चौकी से धमकाकर उसे भगा दिया। अगर पुलिस 11 जुलाई की रात दिलीप की तहरीर पर आरोपी को पकड़ लेती तो शायद दिलीप जिंदा होता।