जनता से रिश्ता : लखनऊ के आशियाना निवासी सतीश कुमार (बदला नाम) को पेट में दर्द हुआ। परिवारीजन मरीज को लेकर केजीएमयू की ओपीडी में गए। यहां डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड जांच लिखी। जांच में गॉल ब्लेडर में पथरी की पुष्टि की। ऑपरेशन कराने की सलाह दी। ऑपरेशन से पहले कोविड जांच कराई। जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई। यह पहला मामला नहीं है, जब मरीज किसी दूसरी बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा। जांच में कोरोना का पता चला। अब तक ऐसे 335 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं।
जून से कोरोना वायरस ने रफ्तार पकड़ ली है। जबकि जून के दूसरे सप्ताह से मरीजों की संख्या 40 के पार पहुंच गई। मौजूदा समय में रोजाना 150 से अधिक लोग वायरस की चपेट में आ रहे हैं। चिंता की बात यह है कि 60 से 70 फीसदी मरीज बिना लक्षण वाले हैं। इन मरीजों को सर्दी-जुकाम व गले में खराश जैसे मामूली लक्षण भी नजर नहीं आ रहे हैं। काफी लोग दूसरी बीमारी से पीड़ित होकर अस्पताल गए। यहां इलाज से पहले कोरोना जांच कराई। जांच में संक्रमण का पता चला। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि लोगों में वायरस से लड़ने की ताकत बढ़ी है।
कोरोना से बचाव की वैक्सीन भी मुकाबले में मददगार बन रही है। यही वजह है कि वायरस के हमले का असर लोगों पर नजर नहीं आ रहा है।
सोर्स-hindustan