उत्तर-प्रदेश: साथ रहे सीएम योगी, वृंदावन पहुंचे राष्ट्रपति कोविंद, ठाकुर बांके बिहारी का किया दर्शन-पूजन
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अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान दूसरी बार महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को ठाकुर बांके बिहारी की शरण में पहुंचे। नगला रामपाल स्थित कृष्णा कुटीर महिला आश्रय सदन पर बनाए गए हेलीपैड से कार द्वारा परिक्रमा मार्ग स्थित ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के वीआईपी मार्ग पर पहुंचे। यहां से गोल्फ कार्ट गाड़ी में बैठ कर ठाकुर बांके बिहारी मंदिर तक अपनी पत्नी व बेटी के साथ पहुंचे। उनके साथ दूसरी गोल्फ कार्ट गाड़ी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मंदिर आए।
राष्ट्रपति सुबह 10:15 पर ठाकुर बांके बिहारी के दर पर पहुंचे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित सभी का मंदिर के मुख्य द्वार पर चैतन्य विहार महिला आश्रय सदन की रमा तिवारी, शिवानी मंडल, पार्वती मिस्त्री, राधा रानी दास और राधा विश्वास ने सदन की अधीक्षिका का प्रियंका सिंह के नेतृत्व में पुष्प मालाएं भेंट कर स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने इन्हीं माताओं के साथ ठाकुर जी के दर्शनार्थ मंदिर में प्रवेश किया।
जगमोहन में सजाए गए भव्य फूल बंगले में विराजमान ठाकुर बांके बिहारी के समक्ष माथा टेकते हुए उन्होनें देश में सुख- शान्ति की कामना की। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पूर्ण भक्तिभाव में दिखे।
बांके बिहारी के समक्ष वीआईपी कटघरे से लकड़ी की चौकी पर खड़े होकर दर्शन करते हुए वह अपलक ठाकुर बांके बिहारी को निहारते रहे। मंदिर के सेवायत आचार्य बालकृष्ण गोस्वामी और अभिषेक गोस्वामी ने वैदिक मंत्र उच्चारण के मध्य उन्हें पूजन अर्चन कराया। वहीं आदित्य गोस्वामी व ज्ञानेंद्र किशोर गोस्वामी ने मंदिर आगमन पर पटुका- चुनरी ओढ़ाकर व मोतियों की माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया। गुंजन गोस्वामी व शैलेंद्र गोस्वामी ने उन्हें ठाकुर बांके बिहारी महाराज की प्रसादी डलिया भेंट की। प्रणब गोस्वामी ने उन्हें ठाकुर बांके बिहारी की महिमा से अवगत कराया।
ठाकुरजी के दर्शन किए बिना लौट गए सैकड़ों श्रद्धालु
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के वृंदावन आगमन के दौरान ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के दर्शन और पूजन अर्चन कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रवेश बंद कर दिया गया।जिसके चलते सैकड़ों श्रद्धालुओं को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा । मंदिर के मुख्य मार्गों पर सहित प्रमुख गलियों पर जगह-जगह लगाई गई बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा श्रद्धालुओं को मंदिर जाने से रोक दिया गया। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में सुबह 9 बजे ही प्रशासन द्वारा आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। जिसकी वजह से सैकड़ों श्रद्धालु ठाकुरजी के दर्शन किए बिना ही अपने गंतव्य को वापस लौट गए। वहीं सैकड़ों श्रद्धालु ठाकुरजी के दर्शनों की आस में घंटों मंदिर के पहुंच मार्गो पर इंतजार करते भी दिखाई दिए। राष्ट्रपति के आगमन से ही सवा घंटा पूर्व रोके गए श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश राष्ट्रपति के जाने के बाद ही दोपहर 10:45 बजे के बाद ही मिल सका ।