उत्तर प्रदेश : सभी जिला अस्पतालों की होगी निगरानी
कोई डॉक्टर न लिखे बाहर की दवाएं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : प्रदेश के सभी जिला अस्पताल राज्य मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम से जुड़ेंगे। यहीं से वहां की हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। सीसीटीवी कैमरे इस हिसाब से लगाए जाएंगे कि ओपीडी काउंटर और दवा वितरण काउंटर हर हाल में उसकी जद में रहे। यह निर्देश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. वेदव्रत सिंह को भेजे पत्र में दिए हैं।
उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा राजकीय अस्पतालों के निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों के संबंध में दिए गए निर्देशों पर तेजी से सुधार हो। सभी राजकीय अस्पतालों में स्वच्छ पेयजल की उचित व्यवस्था हो। सभी अस्पतालों का एनक्यूएएस (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड्स) का प्रमाणीकरण कराया जाए। जिन अस्पतालों में प्रमाणीकरण नहीं हुआ है वो तत्काल इस कार्यवाही को शुरू करें। सभी अस्पतालों में मशीनों का रखरखाव और उपयोग ठीक से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। अपरिहार्य परिस्थिति में ही जांच बाहर से कराई जाए।
कोई डॉक्टर न लिखे बाहर की दवाएं
सीएचसी और पीएचसी पर डॉक्टरों की सूची एक नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित की जाए जहां उनकी उपस्थिति का भी उल्लेख हो। यह सुनिश्चित कराने को कहा गया है कि कोई चिकित्सक बाहर की दवाएं न लिखे। अस्पतालों में पर्याप्त दवाएं उपलब्ध रहें। जन औषधि केंद्रों को क्रियाशील रखा जाए तथा अस्पताल में दवा खत्म होने पर इन केंद्रों पर उपलब्ध दवा लिखी जाए।