यूपी : अस्पताल के चक्कर काटने पर मजबूर महिलाएं, जननी सुरक्षा योजना का लाभ पाने के लिए

Update: 2023-08-29 09:29 GMT
उत्तरप्रदेश: यूपी के मुरादाबाद में जननी सुरक्षा योजना फेल होती नजर आ रही है, इस योजना के तहत प्रसूताओं को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल प्रसूताओं को अब योजना का लाभ पाने के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. जबकि प्रसव के बाद डिस्चार्ज होने के दिन सहायता राशि मिलनी चाहिए. जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार 73 महिलाओं को अभी तक इस योजना के तहत भुगतान नहीं हुआ है, उधर स्वास्थ्य विभाग बजट ना आने की बात कर रहा है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के बाद पौष्टिक आहार के लिए महिलाओं को सहायता राशि दी जाती है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को 1400 रुपये और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1000 रुपये की धनाराशि प्राप्त होती है. लेकिन इसके लिए महिलाएं अस्पताल के चक्कर काटने को मजबूर हैं. अप्रैल में बजट आने के चलते जुलाई में 230 महिलाओं को धनराशि वितरित की गई. लेकिन अभी 73 महिलाओं के सहायता राशि नहीं मिल पाई है
आपको बता दें कि अप्रैल महीने में चेक के लिए 140 आवेदन मिले थे, लेकिन किसी को धनराशि नहीं मिल सकी. मई महीने में सामान्य प्रसव से बच्चे को जन्म देने वाली 82 महिलाओं इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किए थे, और ऑपरेशन से 58 महिलाओं की डिलीवरी हुई थी. जिसमें कुल 140 आवेदन में से किसी भी महिला को सहायता राशि नहीं मिल सकी. अस्पताल से मिले आंकड़ों को अनुसार सबसे ज्यादा मई महीने में 238 आवेदन प्राप्त हुए थे. जून में 224 और जुलाई में 230 महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना के तहत सहायता राशि का भुगतान किया गया.
इसको लेकर जेएसवाई अनुभाग के लिपिक गगन का कहना है कि बजट आने पर किसी का भुगतान रुकता नहीं है. इस योजना के तहत जो धनराशि मिलती है. वह प्रसव के बाद पौष्टिक आहार के सेवन के लिए दी जाती है. जिन
अप्रैल महीने में कुल 140 आवेदन मिले थे, जिसमें 82 सामान्य प्रसव और 58 ऑपरेशन के द्वारा डिलीवरी हुई थी. इनमें से किसी का भी भुगतान नहीं हुआ है. लेकिन मई के महीने में 238 प्रसूताओं का भुगतान किया गया. इसी प्रकार जून महीने में कुल 228 आवेदन मिले थे, जिसमें से 224 लाभार्थियों को सहायता राशि मिली. वहीं जुलाई महीने में 239 आवेदन में से 230 महिलाओं को लाभ प्राप्त हुआ.
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