एक तरफ सरकार तमाम योजनाओं के जरिये आम जनमानस को सुविधाएं देने का प्रयास कर रही हैं. वही सरकारी कर्मचारी सरकार की साख पर बट्टा लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. बहराइच के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुस्तफाबाद में डिलीवरी के नाम पर अस्पताल के कर्मचारियों का पैसे लेते हुए वीडियो सामने आया है. ये वीडियो विकासखंड जरवल कस्बा के अंतर्गत पड़ने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुस्तफाबाद का बताया जा रहा है. इसमें साफ देखा जा सकता है की किस तरह मरीजो के तीमारदारों पर पैसा देने का दबाव बनाया जा रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार बीती 4 तारीख को समय करीब 7:00 बजे रुखसाना बेगम पत्नी मोहम्मद याकूब निवासी बरगदी कोट करनैलगंज गोंडा प्रसव हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुस्तफाबाद आई थी, जिससे प्रसव के नाम पर ₹600 लिए गए.
अस्पताल प्रशासन को थोड़ी सी भी भनक नहीं लगी
ननकाई पत्नी प्रदीप से रुपए 800 रुपये लिए गए हैं. रन्नी से आए हुए व्यक्ति से कागज के नाम पर 800 रुपये ले लिए गए. ऐसे ही प्रसव उपरांत किसी से 800 तो किसी से 600 रुपये लिये गए और उनको ऑफिस में बैठी मैडम ने कहा कि यदि काम करवाना है तो पैसे आपको देने पड़ेंगे. ऑफिस में बैठी महिला कर्मचारियों ने पूजा नाम की औरत से डांट कर तिमादारों से पैसा जमा करवाने की बात कही. पैसे देते समय चुपके से किसी ने वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. इसका अस्पताल प्रशासन को थोड़ी सी भी भनक नहीं लगी. यदि देखा जाए तो सरकार असहाय गरीब लोगों के लिए नित नई-नई योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है.
स्वास्थ्य संबंधी लाभ के लिए आयुष्मान कार्ड सहित विभिन्न प्रकार की योजनाएं उपलब्ध कराई जा रहे हैं, लेकिन इन योजनाओं से क्या फायदा सरकारी कर्मचारी ऐसे ही आम जनता का शोषण करते रहेंगे. इस मामले में जब हमारे संवाददाता ने मुख्य चिकित्साधिकारी और सीएचसी अधीक्षक से बात की तो उनका कहना है कि जो भी दोषी होंगे उनपर सख्त कार्यवाही की जाएगी.