घरों के बाहर यूपी पुलिस की टीम तैनात, विधानसभा में धरने से पहले नजरबंद किए गए सपा विधायक
समाजवादी पार्टी की ओर से धरना देने के ऐलान के बाद सपा विधायकों को नजरबंद कर दिया गया है. उनके आवास के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई है. विधानमंडल सत्र से पहले समाजवादी पार्टी के विधायकों के प्रदर्शन के चलते सपा कार्यालय पर भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है. विधायक रविदास मेहरोत्रा की ओर से बताया गया कि समाजवादी पार्टी ने आज विधानसभा पर धरना का कार्यक्रम तय किया था. ये धरना शांतिपूर्ण धरना था मगर प्रदेश सरकार तानाशाही से इस धरने को दबाने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि उनके आवास पर सुबह 5 बजे से ही पुलिस पहुंच गई, यहां तक उन्हें मॉर्निंग वॉक के लिए भी नहीं जाने दिया गया.
वहीं सपा की ओर से ट्वीट कर विधायकों के आवास के बाहर फोर्स लगाए जाने के निर्णय की आलोचना की गई. सपा ने अपने ट्वीट में एक वीडियो शेयर कर लिखा कि 'योगी जी ! आप पुलिस और सत्ता के बल तथा तानाशाही करके जनहित के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन करने वाले विपक्षी विधायकों ,कवरेज करने वाले मीडिया बंधुओं को तो रोक सकते हैं, लेकिन कल को जब जनता का हुजूम सड़कों पर उतरेगा तो आप क्या करेंगे ? विपक्ष जनता की आवाज है ,जनता की आवाज मत दबाइए. '
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भर्तियों में धांधली, स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टचार,गरीब के घरों पर चल रहे बुलडोजर,किसानों की दुर्दशा के मुद्दे समेत कई मुद्दों को लेकर आज समाजवादी पार्टी विधानसभा स्थित पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन करने वाली है,. लेकिन इस विरोध प्रदर्शन के शुरू होने से पहले ही सपा विधायकों को उनके घरों में कैद कर दिया गया है.
न्यूज़ क्रेडिट: प्रभातखबर