UP News: डीआरएम स्पेशल ट्रेन की चपेट में आकर ट्रैकमैन की मृत्यु हो गई। ट्रेन से डीआरएम राजकुमार शुक्रवार सुबह हापुड़ जा रहे थे। हादसे के विरोध में कर्मचारी नेता मुखर हो गए। उनका आरोप था कि ट्रैकमैन से नियम विरुद्ध कीमैन का काम लिया जा रहा है।
सीनियर डीसीएम ने इसकी जांच का आदेश दिया है। साथ ही मृतक के आश्रित को 25 लाख रुपये की मदद का भुगतान कर दिया है। राजेश शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे हकीमपुर रेलवे स्टेशन (अमरोहा) के पास रेल लाइन पर काम कर रहे थे। इसी बीच डीआरएम स्पेशल ट्रेन उधर से गुजरी। उसकी चपेट में आने से राजेश घायल हो गए। ट्रेन को वहीं रोक दिया गया। डीआरएम भी उतरकर आ गए। उन्होंने साथी कर्मचारियों के साथ उन्हें अस्पताल भेजा। अस्पताल में ट्रैकमैन की मृत्यु हो गई। राजेश परिवार के साथ अमरोहा में ही रहते थे। पोस्टमार्टम के बाद स्वजन शव हरियाणा ले गए।
ट्रैकमैन और कीमैन का काम अलग-अलग होता है। ट्रैकमैन रेलवे ट्रैक को चेक करता है। पटरी को इधर से उधर ले जाने का कार्य करना होता है। कीमैन का कार्य तकनीक से जुड़ा होता है। तकनीशियन को ही कीमैन का कार्य दिया जाता है