इलाहाबाद न्यूज़: केंद्रीय रेल बजट में इस बार उत्तर प्रदेश में दिल खोलकर रुपये बरसाए गए हैं. सूबे को इस बार सबसे ज्यादा 17507 करोड़ (175.07 अरब) रुपये की सौगात मिली है. देश के अति व्यस्त रेल रूट उत्तर मध्य रेलवे की बात करें तो 91.83 अरब रुपये दिए गए हैं. इस धनराशि से प्रयागराज, आगरा और झांसी मंडलों में रेलवे विकास को रफ्तार देगा. कुंभ नगरी होने की वजह से इस भारी भरकम बजट में प्रयागराज मंडल को काफी कुछ मिलेगा. इससे रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर, यात्री सुविधा, ट्रेनों की स्पीड और सुरक्षा के मद में खर्च करेगा.
पिंक बुक आने के बाद रेलमंत्री ने सभी मंडलों के डीआरएम संग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जानकारी दी. साथ ही पिछली सरकारों में मिलने वाले बजट को लेकर तंज भी कसा. यूपीए सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2009 से 2014 तक प्रदेश को 1109 करोड़ रुपये जारी किए गए थे. इस बार के रेल बजट में वित्तीय वर्ष 2023-24 में यूपी को 16 गुना ज्यादा बजट देकर वाहवाही लूटी जा रही है. इससे पहले मोदी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में प्रदेश को 84.03 अरब रुपये, वित्तीय वर्ष 2020-21 में 85.76 अरब रुपये, 2021-22 में 126.96 अरब, 2022-23 में 147.61 अरब रुपये का बजट दिया था.
बदलेगी तस्वीर
प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, ग्वालियर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास करोड़ों खर्च कर होगा. एनसीआर के 46 रेलवे स्टेशन अमृत भारत योजना के तहत सजाए जाएंगे. इसी प्रकार प्रयागराज, झांसी, आगरा में ट्रैक रिव्यूनल का कार्य होगा. गाजियाबाद से कानपुर और कानपुर से प्रयागराज होते हुए डीडीयू तक कवच का कार्य होना है. 160 किमी की रफ्तार से ट्रेन चलाने के लिए दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रूट पर मेटल बीम फेंसिंग का कार्य किया जाएगा.