घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है। मतगणना केंद्र पर वोटों की गिनती के लिए 14 टेबल बनाए गए हैं और 34 राउंड की गिनती होगी। शुरुआत रुझान वोटों की गिनती शुरू होने के आधे घंटे बाद से आने शुरू हो जाएंगे। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है। मतगणना केंद्र के बाहर हलचल है।
घोसी सीट पर पांच सितंबर को करीब 50 फीसदी मतदान हुआ था। इस सीट पर भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। दोपहर तक चुनाव पर परिणाम आने के आसार हैं। चुनाव के नतीजे जिस के पक्ष में आएंगे, उसका पूर्वांचल में लोकसभा चुनाव तक असर रहेगा।
घोसी उपचुनाव के परिणाम पर सभी की नजर
घोसी उपचुनाव के परिणाम पर समूचे भारत की निगाहें टिकी हुईं हैं। यदि भाजपा प्रत्याशी को जीत मिली तो न केवल सपा के हाथ से एक सीट छिनेगी, बल्कि पूर्वांचल में लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए को बड़ा मनोवैज्ञानिक लाभ होगा। नतीजा सपा के पक्ष में आया तो यूपी में 'इंडिया' गठबंधन को मजबूती मिलेगी। काफी दिलचस्प इस मुकाबले में कुल 10 प्रत्याशी चुनावी समर में थे, जिसमें दो प्रमुख दलों भाजपा और सपा के बीच यहां कांटे की लड़ाई है।
घोसी की जीत के होंगे दूरगामी परिणाम
घोसी विधानसभा उपचुनाव में सपा और भाजपा उम्मीदवार - फोटो : अमर उजाला
विधानसभा चुनाव के मात्र 16 माह बाद सपा विधायक का पद त्याग कर भाजपा से विधायक बनने की फिराक में लगे दारा सिंह चौहान विधानसभा पहुंचेंगे या नहीं यह आज तय हो जाएगा। उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह से है। जो भी इस चुनाव में जीत हासिल करेगा वो कई मायने में एक सफल विजेता होगा तो वहीं उसकी पार्टी यहां से 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी पहली जीत के रूप में इसे देखेगी।
फिलहाल यह चुनाव सपा के लिए ज्यादा जरूरी है। 2022 में सपा ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। ऐसे में इस सीट से सपा लगातर दूसरी जीत हासिल करना चाहेगी। जबकी भाजपा यहां से 2019 में हुए उपचुनाव की तरह एक बार फिर उपचुनाव में जीत हासिल कर जिले में अपने विधायकों की संख्या एक से दो करना चाहेगी ।