UP: चुनावी रैलियों के चलते तेजी से बढ़ी कोरोना केस, पांच दिन में करीब 2.40 फीसदी उछाल

केजीएमयू, पीजीआई, लोहिया संस्थान समेत प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में करीब 529 मरीज भर्ती हैं।

Update: 2022-01-10 07:17 GMT

केजीएमयू, पीजीआई, लोहिया संस्थान समेत प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में करीब 529 मरीज भर्ती हैं। इसमें ज्यादातर वे हैं, जो दुर्घटना, स्ट्रोक अथवा अन्य गंभीर बीमारियों की वजह से अस्पताल पहुंचे हैं। करीब 103 मरीज आईसीयू में हैं। वहीं राहत की बात यह है कि अस्पतालों में अभी कोविड की वजह से गंभीर होने वाले मरीज नहीं पहुंच रहे हैं।

खुद के साथ दूसरों की सुरक्षा
राज्य परामर्शदाता समिति के अध्यक्ष प्रो. आरके धीमान का कहना है कि अच्छी बात यह है कि तीसरी लहर में वायरस ज्यादा खतरनाक साबित नहीं हो रहा है। चुनाव आयोग 15 जनवरी को समीक्षा करेगा। इसमें संक्रमण की स्थिति का आकलन करने के बाद अगला फैसला होगा, लेकिन हर व्यक्ति को मास्क अनिवार्य रूप से प्रयोग करना चाहिए। इससे खुद के साथ परिवार के बुजुर्ग व बच्चों की सुरक्षा होगी।

करें कोविड प्रोटोकॉल का पालन
केजीएमयू के प्रभारी संक्रमण रोग नियंत्रण यूनिट के प्रो. डी हिमांशु का कहना है कि पिछले दिनों हुई चुनावी गतिविधियों का असर दिखने लगा है। यही वजह है कि रैली पर रोक लगी है। देखना यह होगा कि इस रोक से संक्रमण की दर में कितनी गिरावट होती है। अभी तक के जो हालात है, उससे जनवरी के अंतिम अथवा फरवरी के पहले सप्ताह तक तीसरी लहर का पीक हो सकता है। ऐसे में हर व्यक्ति को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।


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