यूपी : पति को पढ़ा-लिखाकर अफसर बनाया, नौकरी लगते ही बोला- तेरा मेरा कोई संबंध नहीं

Update: 2023-09-25 12:10 GMT
बहुचर्चित एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति के बीच का विवाद तो आप सभी को पता ही होगा। लेकिन, आज जो मामला हम आपको बताने जा रहे है वो थोड़ा उल्टा है। यहां पति ने अपनी पत्नी को नहीं बल्कि पत्नी ने अपने पति को पढ़ा लिखाकर अधिकारी बनाया। सरकारी नौकरी लगने के बाद पति अब अपनी पत्नी को पहचानने से इंकार कर रहा है। दूसरी शादी करने की धमकी दे रहा है। महिला का कहना है कि छह साल पहले हिंदू लड़के से शादी करने के लिए वो साजिदा से रिया बनी। डेढ़ वर्ष की एक बच्ची है। पांच माह की गर्भवती भी है।
 पीड़िता का आरोप है कि उसका अधिकारी पति 10 लाख रुपये दहेज मांग रहा है और नहीं देने पर दूसरी शादी की धमकी दे रहा है। उसने सीएम से लेकर पुलिस अधीक्षक तक से न्याय की गुहार लगाई है। अब वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है। यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का है। आरोपी व्यक्ति का कहना है कि उसका इस महिला से कोई संबंध ही नहीं है।
धीरेंद्र ने किया साफ इनकार जबकि रिया बताती रही उसे पति
गाजीपुर एसपी के निर्देश पर कोतवाली क्षेत्र के डुमरांव उर्फ भटवालिया निवासी साजिदा उर्फ रिया यादव और धीरेंद्र कुमार यादव की शनिवार को कोतवाली में पेशी हुई। रिया को धीरेंद्र अपनी पत्नी मानने से इनकार करता रहा। रिया 21 सितंबर को पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह से दूसरी बार मिली थी।
2017 में धर्म परिवर्तन कराकर की शादी
धीरेंद्र की शिकायत करते हुए बताया कि वह मिर्जापुर में सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर है। वर्ष 2017 में मेरा धर्म परिवर्तन कराकर मऊ के बनदेवी मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से विवाह किया था। रिया के अनुसार धीरेंद्र की पढ़ाई में उसने प्राइवेट नौकरी के साथ एनजीओ में काम करते हुए काफी मदद की थी। यही कारण रहा की धीरेंद्र उसे चाहने लगा और शादी कर ली। वर्ष 2019 में धीरेंद्र जब जेई के पद पर नियुक्त हुआ तो अपने साथ किराए के मकान में रिया यादव को सपरिवार रख लिया।
 उसकी एक डेढ़ वर्ष की बच्ची है। वह पांच माह की गर्भवती है। इस समय जेई धीरेंद्र कुमार यादव और उसके परिवार ने रिया यादव को अपनाने से इनकार करने के साथ घर से निकाल दिया है। अपना बच्चा होना भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उसने अपने पक्ष में वीडियो और तस्वीरें भी रखे।
पुलिस ने मामला सुलझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। जेई धीरेंद्र कुमार यादव इस बात पर अडिग रहा कि आरोप लगाने वाली महिला से उसकी शादी ही नहीं हुई है। बच्चा भी मेरा नहीं है। दोनों पक्षों में जब बात नहीं बनी तो मामला महिला प्रकोष्ठ को भेज दिया गया। अब दोनों की पेशी महिला प्रकोष्ठ में होगी।
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