उत्तर प्रदेश UP : यूपी के प्रयागराज में जवाहर पंडित हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बारा के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया गुरुवार की सुबह 07:37 बजे नैनी सेंट्रल जेल से रिहा हो गए। उन्हें लेने पत्नी नीलम करवरिया, बेटा सक्षम, वैभव समेत अन्य लोग पहुंचे थे। उदयभान जेल गेट से निकलने पर पत्रकारों के न्याय प्रक्रिया पर पूछे गए सवाल पर कहा कि कैसे तो न्याय प्रक्रिया पर बोलना ठीक नहीं है। लेकिन न्याय की बात होती तो हमें जेल नहीं जाना पड़ता। हम तो प्रोफ़ाइल का शिकार होकर फंस गए। दो पार्टियों की राजनीति के षडयंत्र में 10 साल जेल काटना पड़ा।
हमने समाज सेवा की है और समाज सेवा करते रहेंगे। बाहर आने के बाद सबसे पहली प्राथमिकता पत्नी का इलाज कराना है। उनको लीवर सोराइसिस है। उनका लीवर Transplant ट्रांसप्लांट कराना है उनका स्वास्थय कैसे बेहतर हो ये देखना है। इसके बाद वह आधा दर्जन गाड़ियों के काफिले के साथ घर की ओर चले गए। आपको बता दें कि बारा से दो बार विधायक रहे उदयभान, उनके बड़े भाई कपिलमुनि, छोटे भाई सूरजभान और रिश्तेदार रामचंद्र त्रिपाठी (कल्लू) को झूंसी के पूर्व विधायक जवाहर यादव (पंडित) की हत्या में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने चार नवंबर 2019 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जवाहर की 13 अगस्त 1996 को शहर के सिविल लाइंस क्षेत्र में हत्या हुई थी। कपिलमुनि फूलपुर से सांसद और सूरजभान विधान परिषद सदस्य रहे हैं। उदयभान की पत्नी नीलम मेजा से विधायक रही हैं।