तीन माह में दो महिलाओं ने की खुदकुशी

Update: 2023-04-08 14:06 GMT

आगरा न्यूज़: तीन माह में दो महिलाओं की खुदकुशी का आरोप पुलिस पर है. खंदौली में छेड़छाड़ पीड़िता को दो बार थाने से भगाया था. शांतिभंग में चालान की धमकी दी थी. उसने फांसी लगा ली. अब जगनेर में घटना हुई. हिरासत में पति को थर्ड डिग्री दी गई. पत्नी को पति की मुठभेड़ में मौत की झूठी खबर मिली. उसने जहर खा लिया.

खंदौली के गांव नगला मट्टू में 23 दिसंबर को 28 वर्षीय महिला ने फांसी लगाई थी. पीड़िता को थाने से दरोगा अर्जुन सिंह ने भगाया था. अधिकारियों ने खुदकुशी जैसे गंभीर मामले में पहले दरोगा को लाइन हाजिर किया. ताकि आंदोलनकारी यह आरोप लगाएं कि दरोगा को निलंबित तक नहीं किया. ऐसा ही हुआ. तीन-चार दिन दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी. पुलिस आयुक्त ने उसे निलंबित कर दिया. जगनेर में तो पूरी घटना ही पुलिस की अवैध वसूली के कारण हुई. दरोगा और तीन सिपाही एक रात में दो लाख रुपये कमाना चाहते थे. सट्टे के आरोप में मनोज शर्मा को उठाया. आरोप है कि रवि पचौरी और काकी परमार जगनेर पुलिस के खास गुर्गे हैं. वसूली कराते हैं. उन्होंने ही मनोज शर्मा को चिह्नित कराया. उसे बहाने से मंदिर के पास बुलाया था. उनके कहने पर पुलिस ने मनोज को सरैंधी चौकी में बेरहमी से पीटा. उसे जेल भेजने की धमकी दी. दो लाख रुपये मांगे. डराने के लिए मनोज की पत्नी अनीता से फोन पर झूठ बोला. बताया कि उसका पति मर गया. वह यह बर्दाश्त नहीं कर पाई. जहर खा लिया. इस मामले में भी आरोपित पुलिस कर्मियों को बचा लिया गया. उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई. मुकदमे में उनके नाम नहीं आए. उत्थान ब्राह्मण महासभा में आक्रोश है. संगठन ने प्रदर्शन की चेतावनी दी है.

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