गोपीगंज। कोतवाली क्षेत्र के बंजारी गांव में ट्यूबवेल की टंकी में स्नान कर रहे दो किशोरों की करंट से शुक्रवार की दोपहर मौत हो गई। घटना से गांव में कोहराम मच गया। लोगों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। बताया कि हाईटेंशन तार का जंफर टूटकर स्टे वायर में सट गया था। इससे करंट ट्यूबवेल की टंकी तक पहुंचा और उसी में नहा रहे दोनों बच्चे चपेट में आ गए और जान चली गई। नाराज परिवार वाले किशोरों का शव पुलिस को नहीं सौंपने पर अड़ गए। करीब पांच घंटे बाद शाम को पांच बजे अधिकारियों के समझाने पर शव पुलिस को सौंपा।
चकनिरंजन गांव निवासी सौरभ(16) पुत्र मेवालाल और शनी (12) पुत्र रामसागर व तीन अन्य किशोर बाबा, शिवम और दीपक पड़ोसी गांव बंजारी स्थित सरकारी ट्यूबवेल पर स्नान करने गए थे। सौरभ और शनी ट्यूबवेल की टंकी में नहा रहे थे बाकी तीनों वहीं फाउंडेशन पर बैठे थे। इस दौरान ट्यूबवेल के पास लगे विद्युत पोल जिस पर 11000 वोल्ट का करंट प्रवाहित हो रहा था उसका जंफर टूटकर स्टेवायर से सट गया। या फिर जंफर पहले से टूटकर स्टेवायर से सटा था और लाइन आ गई। चूंकि स्टेवायर टंकी से सटा था। इस वजह से पानी में भी करंट आ गया और नहा रहे दोनों किशोर चपेट में आ गए। उनकी चीख सुनकर बगल में बैठे तीनों किशोर भागकर गांव गए और लोगों को इसकी जानकारी दी। जब तक लोग मौके पर पहुंचकर बचाते तब तक दोनों की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि यदि जंफर ठीक रहा होता तो हादसा न होता। तार को जिस इंसुलेटर से बांधा गया था वह भी क्षतिग्रस्त था। सौरभ तीन भाइयों में सबसे छोटा था और कक्षा 11 में पढ़ाई करता था। जबकि शनी दो भाइयों में बड़ा था जो कक्षा आठ का छात्र बताया गया। वहीं दूसरी ओर पुलिस मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लेना चाही लेकिन परिजनों ने शव देने से इनकार कर दिया और उच्चाधिकारी समेत विद्युत विभाग के अधिकारियों को घटनास्थल पर बुलाने और मृतक के परिजनों को आर्थिक मुवावजा देने की मांग करने लगे। तहसीलदार औराई सुनील कुमार के समझाने और मुआवजा दिलाने के आश्वासन पर शाम पांच बजे परिजनों ने पुलिस को शव सौंपा।