दो अधिकारी सस्पेंड, गोबर में मृत गोवंश छिपाकर रखने का आरोप

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Update: 2021-09-23 12:47 GMT

कानपुर। गोबर में मृत गोवंश छुपाकर ले जाने के मामले में नगर आयुक्त शरणप्पा ने बड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने पंकी स्थित दोनों गोशाला के प्रभारी राजस्व निरीक्षक अरविंद मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और आउटसोर्सिंग पर तैनात पशु चिकित्सा सहायक योगेंद्र पाल और वाहन चालक अमित तिवारी को कार्यमुक्त करने का आदेश दिया है. इस मामले में नगर आयुक्त ने पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महेश चंद्र और पशु धन प्रसार अधिकारी राणा प्रताप सिंह पर निलंबन की कार्रवाई की संस्तुति की है.

दरअसल, इस पूरे मामले की पहली छानबीन अपर नगर आयुक्त अरविंद राय और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके निरंजन ने की थी. इन दोनों की रिपोर्ट के बाद ही नगर आयुक्त जांच करने के लिए पंकी स्थित गोशाला पहुंचे थे. वहां पहुंचकर उन्होंने सारे रिकॉर्ड जांचे. इस निरीक्षण में चौंकाने वाली कई चीजें उनके सामने आईं. जब नगर आयुक्त किदवई नगर पशु चिकित्सालय पहुंचे तो वहां तैनात पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महेश चंद्र गोशाला में नहीं थी. वहीं से तीन बार कॉल करने के बाद पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महेश चंद्र और पशुधन प्रसार अधिकारी राणा प्रताप सिंह गोशाला पहुंचे. इन दोनों के गोशाला पहुंचने से पहले नगर आयुक्त ने पंकी में पदस्थापित पशु चिकित्सक सहायक योगेंद्र पाल से भी पूछताछ की थी. दस्तावेजों की जांच में नगर आयुक्त ने पाया कि दोनों अधिकारियों ने 21 सितंबर को चिकित्सा संबंधी ओपीडी रजिस्टर में ट्रकों के आने जाने की कोई एंट्री नहीं की गई है. नगर आयुक्त के पहुंचने के बाद पशु चिकित्सक सहायक योगेंद्र पाल ने दोनों अधिकारियों को 3-3 बार कॉल की, तो दोपहर 2:00 बजे वे दोनों गोशाला पहुंचे. तब नगर आयुक्त ने दोनों अधिकारियों के निलंबन की संतुति की.

बताते चलें कि गोबर में छुपा कर गोवंश ले जाने पर यह 2 दिन तक हंगामा हुआ है. पंकी स्थित अस्थाई गो संरक्षण केंद्र भाग 1 भाग 2 के गोशाला प्रभारी प्रांशु शर्मा को गौशाला प्रभारी नियुक्त किया गया था. पूर्व नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने दोनों गोशालाओं का निरीक्षण किया था और इस जांच में राजस्व निरीक्षक अरुण मिश्रा की लापरवाही सामने आई है.

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