जीएसटी विभाग के दो अधिकारी पांच लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार

Update: 2023-06-23 10:16 GMT

गाजियाबाद न्यूज़: सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने कारोबारी से पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए केंद्रीय जीएसटी विभाग नोएडा की सुपरिंटेंडेंट और इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है.

दोनों अधिकारियों को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में डासना जेल भेज दिया गया. अधिकारियों पर कोरोबारी के एक्सपोर्ट की फाइल को मंजूरी देने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है.

मामला गौतमबुद्ध नगर स्थित केंद्रीय वस्तु एवं माल कर(सीजीएसटी) से जुड़ा है. यहां कार्यरत सीजीएसटी सुपरिंटेंडेंट ममता राणा और सीजीएसटी इंस्पेक्टर प्रशांत जैन को कारोबारी दीपक साहू की एक्सपोर्ट संबंधी फाइल को सीजीएसटी से क्लियर कराना था. आरोप है कि सुपरिंटेंडेंट ममता और इंस्पेक्टर प्रशांत ने इसके एवज में पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी.

बताया जा रहा है कि कारोबारी ने 4.90 लाख रुपये दे दिए, लेकिन दोनों अधिकारी शेष रकम 10 हजार रुपये देने के लिए कारोबारी को परेशान कर रहे थे.

कार्रवाई के बाद महकमे में हड़कंप मचा

सीबीआई के विश्वस्त सूत्र ने बताया कि कारोबारी दीपक साहू ने इसकी शिकायत सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा से की. इसके बाद सीबीआई की टीम ने कारोबारी को रिश्वत की शेष रकम देने के लिए दफ्तर में भेजा, जहां रिश्वत की रकम के साथ दोनों अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई के द्धारा की गई इस कार्रवाई के बाद से सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कप मचा हुआ है.

ग्रेटर नोएडा स्थित केंद्रीय जीएसटी के दफ्तर से सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा द्वारा गिरफ्तार अधिकारी दस हजार रुपये के लालच में फंस गए. आरोप है कि 4.90 लाख रुपये पहले ले लिए थे. वहीं, दस हजार रुपये छापे के दिन यानि लिए थे. एक कंपनी के सत्यापन और फाइल को मंजूरी देने की जिम्मेदारी दोनों अधिकारियों के पास थी.

विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार सुबह करीब 10.30 बजे सीबीआई की टीम ने छापा मारा. टीम सीधे केंद्रीय जीएसटी विभाग की सुपरिटेंडेंट ममता राणा और इंस्पेक्टर प्रशांत के कक्ष में पहुंची. उन्होंने जांच के दौरान दस हजार रुपये नकद मौके से बरामद किए, जिसके बाद दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया. कारोबारी से पांच लाख की रिश्वत लेने के आरोप में दोनों को गिरफ्तार किया गया है. सीबीआई की टीम ने इन दोनों से काफी देर तक पूछताछ की. दोनो ंअधिकारी सत्यापन के नाम पर उक्त कारोबारी से 4 लाख 90 हजार रुपये पहले ले चुके थे. सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक टीम छापेमारी और उन्हें गिरफ्तार करने के बाद शाम को वापस लौट गई.

एक साल से तैनात थे गिरफ्तार सुपरिटेंडेंट ममता राणा और इंस्पेक्टर प्रशांत एक साल से अधिक समय से विभाग में तैनात थे. दोनों एक कारोबारी की जांच कर रहे थे. कारोबारी निर्यात का काम करता है और जब तक उसकी कंपनी का सत्यापन नहीं हो जाता, तब तक उसका माल फंसा रहता. आरोप है कि कंपनी के जल्द सत्यापन के एवज में रिश्वत ली गई थी.

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