कानपूर न्यूज़: मौसम में बदलाव के साथ बीमारियां भी कहर बरपा रही हैं. बुखार और एलर्जी की सबसे ज्यादा दिक्कत सामने आ रही है. कोमार्बिड मरीजों बेहाल हो गए तो परिजन हैलट इमरजेंसी में भर्ती कराने पहुंच गए. बुखार पीड़ित 41 मरीज 24 घंटे में हैलट इमरजेंसी में भर्ती किए गए हैं, इस दौरान निमोनिया से दो बच्चों की मौत हो गई.
आलम यह है कि हैलट का बाल रोग अस्पताल फुल हो गया है. यहां पर एक-एक बेड पर दो बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. बिल्हौर के दो वर्षीय रामेंद्र का एक हफ्ते से कल्याणपुर के निजी अस्पताल में निमोनिया का इलाज चल रहा था. रात उसे हैलट रेफर कर दिया गया लेकिन इसकी सूचना तक नहीं दी गई. हैलट बाल इमरजेंसी में इलाज भी किया गया लेकिन उसने एक घंटे के बाद जान गंवा दी. इसी तरह उन्नाव के एक वर्षीय मासूम अजीज ने भी निमोनिया से दम तोड़ दिया. उसे परिजन पहले उर्सला ले गए जहां से उसे हैलट रेफर कर दिया गया डॉक्टर बचा नहीं सके. हैलट इमरजेंसी में मरीजों का तांता रात से लगा है. डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि 31 मरीजों को भर्ती किया जा चुका है. दस और को भर्ती किया जा रहा है. इस समय बुखार, सांस के साथ खांसी के मरीज अभी भी आ रहे हैं. उधर, बुखार के मरीजों के कोविड सैंपल भेजने का क्रम शुरू हो गया है. हैलट के फ्लू ओपीडी में बुखार के नौ मरीजों के सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेजे गए हैं.